लोकसभा से निलंबित होने के बाद MP सुशील कुमार रिंकू का बयान आया सामने
जालंधर/ब्यूरो न्यूज़: लोकसभा के मानसून सत्र से निलंबित होने के बाद जालंधर से लोकसभा सदस्य सुशील रिंकू ने कहा कि उनके खिलाफ यह कार्रवाई लोगों की आवाज उठाने के लिए की गई है, जिसका मुझे कोई अफसोस नहीं है. उन्होंने कहा कि संविधान ध्वस्त हो रहा है, देश का संघीय ढांचा खतरे में है और केंद्र सरकार ने इसकी शुरुआत दिल्ली से कर दी है।
सुशील रिंकू ने कहा कि जनता के चुने हुए प्रतिनिधियों और राज्य सरकार की शक्तियों को कम करके अनिर्वाचित लोगों के हाथों में शासन देना संघीय ढांचे और संविधान का अपमान है। उन्होंने आगे कहा कि जनता की आवाज उठाते हुए, लोकतंत्र की रक्षा करते हुए मुझे लोकसभा के मानसून सत्र से निलंबित कर दिया गया है, जिसका मुझे कोई अफसोस नहीं है। उन्होंने कहा कि दिल्ली में पुलिस, विजिलेंस और अन्य एजेंसियां केंद्र सरकार के हाथ में हैं और वे कुछ कर सकते हैं, लेकिन असली फैसला तो कोर्ट ही करेगी कि कौन सही है और कौन गलत।