पंजाब शिक्षा क्रांति: जालंधर के 38 सरकारी स्कूलों में 2.34 करोड़ रुपये के विकास कार्यों का लोकार्पण
शिक्षा के स्तर को और ऊंचा उठाने के लिए विधायकों ने स्मार्ट क्लासरूम, साईंस लैबस, स्पोर्टस ट्रैक का किया उद्घाटन
Jalandhar News: स्कूल शिक्षा में क्रांतिकारी बदलाव लाने की अपनी वचनबद्धता के तहत, पंजाब सरकार ने अपनी प्रमुख पहल ‘पंजाब शिक्षा क्रांति’ के तहत, जालंधर के 38 सरकारी स्कूलों में 2.34 करोड़ रुपये की लागत के नए विकास प्रोजैक्ट समर्पित किए जिससे जिले में शैक्षणिक बुनियादी ढांचे को काफी बढ़ावा मिला है।
बुनियादी ढांचे में सुधार के अंतर्गत प्राईमरी और अपर प्राईमरी दोनों स्कूलों को शामिल किया गया है। इन विकास कार्यों में स्मार्ट क्लासरूम, साईंस लैब, स्पोर्टस ट्रैक, डिजिटल लर्निंग सिस्टम, क्लस्टर रूम, अपग्रेड शौचालय ब्लॉक, चारदीवारी और आवश्यक मुरम्मत कार्य शामिल है। इस पहल का उद्देश्य समग्र शिक्षा और विकास के लिए एक आधुनिक, छात्र-अनुकूल वातावरण बनाना है।
विधायक बलकार सिंह, रमन अरोड़ा और इंद्रजीत कौर मान ने अपने-अपने विधानसभा क्षेत्रों में इन परियोजनाओं को समर्पित किया, जबकि जिले के कई अन्य स्कूलों में अपग्रेड सुविधाओं का भी उद्घाटन किया गया।
करतारपुर विधानसभा क्षेत्र में विधायक बलकार सिंह ने तीन सरकारी स्कूलों में 26 लाख रुपये की लागत की बुनियादी ढांचा परियोजनाएं समर्पित की। इन स्कूलों में गांव रानी भट्टी, सतोवाली और कंधाला गुरु के सरकारी प्राइमरी स्कूल शामिल है।
इसी प्रकार विधायक रमन अरोड़ा ने आदर्श नगर, ढिल्लवां, चुगिट्टी व आबादपुरा के सरकारी प्राइमरी व सीनियर सेकेंडरी स्कूलों में 18.80 लाख रुपये की परियोजनाओं का उद्घाटन किया। शिक्षा क्षेत्र में और सुधार लाने के लिए पंजाब सरकार की दृढ़ प्रतिबद्धता को दोहराते हुए उन्होंने आदर्श नगर के सरकारी स्कूल के लिए 5 लाख रुपये की अतिरिक्त ग्रांट की भी घोषणा की।
नकोदर में विधायक इंद्रजीत कौर मान ने सात सरकारी स्कूलों में 33 लाख रुपये की परियोजनाओं का लोकार्पण किया। इन स्कूलों में खीवा, उग्गी, चुहड़, बाहुपुर गांवों के सरकारी प्राईमरी स्कूल और सरकारी हाई स्कूल खीवा (लड़कियां), सरकारी सीनियर सकेंडरी स्कूल खीवा और सरकारी सकेंडरी स्कूल उग्गी शामिल है।
समारोह में उपस्थित जनसमूह को संबोधित करते हुए विधायकों ने कहा कि मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान के दूरदर्शी नेतृत्व में पंजाब के शिक्षा क्षेत्र में ऐतिहासिक बदलाव हो रहे है। उन्होंने कहा कि पंजाब में शिक्षा क्रांति नए कीर्तिमान स्थापित कर रही है तथा सरकारी स्कूल अब निजी स्कूलों के बराबर सुविधाएं प्रदान कर रहे है।
उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि राज्य सरकार ने यह सुनिश्चित किया है कि स्कूल के बुनियादी ढांचे को मजबूत करने के लिए फंड की कोई कमी न हो। उन्होंने कहा कि यह एक ऐसा क्षेत्र है जिसे पिछली सरकारों द्वारा लंबे समय तक उपेक्षित किया गया है। सरकारी स्कूल के शिक्षकों को विशेष प्रशिक्षण के लिए विदेश भेजना, कैंपस मैनेजर और सुरक्षा गार्ड नियुक्त करना, बस सेवाएं शुरू करना, स्मार्ट कक्षाएं स्थापित करना, डिजिटल शिक्षा को बढ़ावा देना और उत्कृष्ट स्कूल स्थापित करना जैसी पहलों ने पंजाब में स्कूली शिक्षा के परिदृश्य को नए सिरे से परिभाषित किया है।
विधायकों ने राज्य में प्रत्येक बच्चे के लिए विश्व स्तरीय शैक्षिक सुविधाएं सृजित करने की सरकार की वचनबद्धता दोहराई, जिससे एक उज्जवल एवं अधिक सशक्त पंजाब का मार्ग प्रशस्त होगा।