टी.बी और कोरोना वायरस को लेकर चलाया गया जागरूकता अभियान
PunjabENews(Vinod Mahant)Kullu
राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन व हि0 प्र0 सूचना एवं जन संपर्क विभाग के संयुक्त तत्वावधान से टी बी उन्मूलन व कोरोना के लिए आजकल एक विशेष प्रदेशव्यापी जनजागरूकता अभियान चलाया जा रहा है। कुल्लू जिला में भी विभाग द्वारा अनुमोदित मन्नत कला मंच कुल्लू द्वारा आज से इस जागरूकता अभियान की शुरुआत की गई । आज मंच के कलाकारों द्वारा तेगुबेहड़ हॉस्पिटल के प्रांगण,क्षेत्रीय अस्पताल कुल्लु व नग्गर में गीत संगीत व 'टीबी हारेगा देश जीतेगा' नामक नाटक के माध्यम से टी बी व कोरोना रोग के बारे विस्तृत जानकारी दी गई।मंच के कलाकारों ने लोगों को बताया कि कोरोना से डरने की जरूरत नही है थोड़ी एहतियात बरतने की आवश्यकता है उन्होंने लोगों का मनोरंजन करते हुए बताया कि अगर किसी व्यक्ति को दो हफ्तों से ज़्यादा खांसी हो,शाम के समय बुखार आता हो,भूख व वजन कम हो रहा हो,खांसी के साथ खून आना हो तो टी0बी0 हो सकती है ।उन्होंने बताया कि यदि समय पर रोगी की पहचान हो जाती है तो मात्र छ: महीने की लगातार दवाई लेने पर रोगी पूरी जिंदगी टी0बी0 से मुक्ति पा सकता है,पर अगर समय पर दवाई नहीं ली गई या कोर्स बीच में ही छोड़ दिया तो टी0बी0 बिगड़ जाता हैं और उसका ईलाज़ मुश्किल व कष्टदायक हो जाता हैं जिससे रोगी की मृत्यु भी हो सकती हैं। टी0बी0 रोग की जांच व ईलाज़ सभी सरकारी स्वास्थ्य संस्थानों में मुफ़्त किया जाता हैं।जिला क्षयरोग अधिकारी डॉ0 सत्यव्रत वैद्य ने बताया कि अगर टी0बी0 के बारे सांसारिक दृष्टि से देखा जाए तो हमारे भारत देश की स्थिति ठीक नहीं है, इस लिस्ट में भारत सबसे ऊपर है, और भारत में सबसे ज्यादा उत्तरी भारत टी0बी0 से ज्यादा प्रभावित है। पूरे देश के एक सर्वेक्षण में पाया गया कि देश के 100 जिले संवेदनशील है, उनमें से 30 जिले अतिसंवेदनशील है ,और इन 30 जिलों में हमारे हिमाचल के 8 जिले है जो कि एक चिन्ता का विषय है। ये आंकड़े इसलिये भी डरावने है क्योंकि इस रोग का पूरा ईलाज हमारे पास है और लोगों को मुफ्त में इसे प्रदेश सरकार दे भी रही है फिर भी ये आंकड़े हमारे सामने है। हिमाचल को टी0बी0 से मुक्त करने के लिए प्रदेश सरकार द्वारा मुख्यमंत्री क्षयरोग निवारण योजना चलाई जा रही है जिसके तहत प्रदेश में टी0बी0 के रोगियों की पहचान कर उनका उचित इलाज़ किया जा सके ताकि टी0 बी0 रोग से प्रदेश मुक्त हो सके।टी0बी0 के रोगियों को सरकार द्वारा उपचार अवधि में "निक्षय पोषण योजना" के तहत 500 रु0 प्रतिमाह पोषण सहायता भी प्रदान की जाती है। उन्होंने लोगों से अपील की कि वो रोग को ना छुपाएं सामने आएं ताकि टी0बी0 पाये जाने पर ईलाज समय पर शुरू किया जा सके। इसकी अधिक जानकारी हेतु 'टीबी मुक्त हिमाचल ऐप' भी बनाई गई हैं।