पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने आज चेन्नई में आयोजित एक विशेष कार्यक्रम में भाग लिया
पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने आज चेन्नई में आयोजित एक विशेष कार्यक्रम में भाग लिया, जहां उन्होंने तमिलनाडु सरकार की ‘मुख्यमंत्री नाश्ता योजना’ (CM Breakfast Scheme) के शुभारंभ समारोह में शिरकत की। इस मौके पर मुख्यमंत्री ने सरकारी स्कूल के बच्चों के साथ बैठकर नाश्ता भी किया और इस पहल की सराहना की।
पंजाब में भी दिखेगा असर?
सीएम मान ने यह भी कहा कि पंजाब में भी कई परिवार ऐसे हैं जिनकी आर्थिक स्थिति अच्छी नहीं है, और कामकाजी माताओं के लिए यह योजना बेहद राहतकारी साबित हो सकती है। उन्होंने कहा, “कई बार माताएं इस चिंता में बच्चों को स्कूल नहीं भेजतीं कि उन्हें खाना कैसे मिलेगा। यह योजना बच्चों को स्कूल लाने और उन्हें पोषण देने का एक कारगर उपाय है।”
सांस्कृतिक जुड़ाव की झलक
सीएम मान ने अपने संबोधन में उत्तर और दक्षिण भारतीय खानपान की तुलना भी की। उन्होंने कहा, “जहां पंजाबी भोजन परांठे, मक्खन और लस्सी जैसे भारी आहार से भरपूर होता है, वहीं दक्षिण भारतीय भोजन हल्का और सुपाच्य होने के साथ-साथ बच्चों के स्वास्थ्य के लिए भी उपयुक्त है।” उन्होंने यह भी जोड़ा कि पंजाबी लोग न केवल देश का पेट भरते हैं, बल्कि साउथ इंडियन व्यंजनों को भी पसंद करते हैं।
शिक्षा और पोषण का संगम
तमिलनाडु की ‘मुख्यमंत्री नाश्ता योजना’ का उद्देश्य प्राथमिक स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों को स्कूल में पौष्टिक नाश्ता मुहैया कराना है, जिससे उनकी उपस्थिति और पढ़ाई में रुचि बढ़े। मुख्यमंत्री मान का यह चेन्नई दौरा इस बात का संकेत है कि अब पंजाब भी शिक्षा और पोषण को जोड़ते हुए एक नई पहल की ओर बढ़ सकता है।