कार्तिक बग्गन की हत्या के मामले में दलित समाज द्वारा 29 अगस्त को किए गए लुधियाना बंद की कॉल को सी.पी. स्वप्न शर्मा के आश्वासन के बाद वापस ले लिया गया है।
कार्तिक बग्गन की हत्या के मामले में दलित समाज द्वारा 29 अगस्त को किए गए लुधियाना बंद की कॉल को सी.पी. स्वप्न शर्मा के आश्वासन के बाद वापस ले लिया गया है। इसके साथ ही परिवार वाले शव का पोस्टमार्टम व अंतिम संस्कार करवाने के लिए भी मान गए हैं। शुक्रवार को पोस्टमार्टम के बाद दोपहर 2 बजे बाजवा नगर, श्मशानघाट में कार्तिक बग्गन की देह का अंतिम संस्कार होगा। बता दें कि गत शनिवार की रात को एक्टिवा पर जा रहे कार्तिक बग्गन और उसके दोस्त को बदमाशों ने घेरकर गोलियां मार दी थी। इस वारदात में कार्तिक की मौत हो गई थी, जबकि उसका दोस्त अभी भी अस्पताल में उपचाराधीन है।
पुलिस ने इस मामले में तीन गैंगस्टरों समेत अन्यों पर हत्या का मामला दर्ज किया था। परिवार का कहना था कि जब तक पुलिस आरोपियों को गिरफ्तार नहीं करती, तब तक वह पोस्टमार्टम और अंतिम संस्कार नहीं करेंगे। इस वारदात को लेकर दलित समाज में भी काफी रोष है। इसे लेकर बुधवार को दलित समाज ने बैठक कर पुलिस को 24 घंटे के भीतर हत्यारों को गिरफ्तार करने का अल्टीमेटम दिया था। समाज का कहना था कि अगर पुलिस 24 घंटे के भीतर हत्यारों को गिरफ्तार नहीं कर पाती, तो वह 29 अगस्त, दिन शुक्रवार को लुधियाना बंद करेंगे।
दलित समाज के इस तरह बंद की कॉल को लेकर प्रशासन सर्तक हो गया। वीरवार को खुद पुलिस कमिश्नर स्वपन शर्मा ने घाटी मोहल्ला में जाकर कार्तिक के परिवार वालों व दलित समाज के प्रतिनिधियों से बैठक की। उन्होंने परिवार वालों को केस के स्टेटस के बारे में पूरी जानकारी दी और आश्वासन दिया कि जल्द ही आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा। सी.पी के आश्वासन के बाद परिवार वाले पोस्टमार्टम और अंतिम संस्कार करवाने के लिए राजी हो गए। इसके बाद समाज ने भी शुक्रवार को दी गई लुधियाना बंद की कॉल वापस ले ली। बैठक में दलित विकास बोर्ड के चेयरमैन विजय दानव, भाजपा नेता एवं पूर्व पार्षद यशपाल चौधरी, अश्विनी सहोता, नरेश धींगान, डी.पी खोसला, संजीव गिल खंडू, विक्की सहोता, दीपू घई, अजय पाल दिवासर, विपन कल्याण, लक्की लखनपाल, जतिंदर जिंदी, बलविंदर बिट्टा, अशोक दानव बंटू, एडवोकेट राहुल पुहाल, एडवोकेट तक्षक बग्गन, अरुण चंडालिया, योगेश हांडा मौजूद रहे।