तेज बारिश के चलते रावी नदी का पानी का स्तर बढ़ गया है।
तेज बारिश के चलते रावी नदी का पानी का स्तर बढ़ गया है। जिससे प्रशासन के माथे पर पसीने की बूदे आनी शुरू हो गई है। प्रशासन की तरफ से रावी नदी का पानी उज्ज नदी में छोड़ दिया है,परंतु इसके बावजूद भी नदी का पानी खतरे के निशान से नीचे नही आ रहा। सोमवार को सुबह 9 बजे डीसी साक्षी साहनी अपनी टीम को लेकर अजनाला व रावी नदी के किनारे जांच करने के लिए पहुंची। इस दौरान लोंगो से उन्होंने बातचीत की और उन्हें हौंसला दिया कि वह डरे नही, प्रशासन उनके साथ 24 घंटे है।
उन्होंने गांव घोनेवाला, चंडीगढ़ पोस्ट, कमालपुर और कोट राजदा गांवों का दौरा किया। इस अवसर पर डिप्टी कमिश्नर ने कहा कि नदी में जलस्तर कम होने से रावी नदी में पानी का प्रवाह बढ़ गया है, जिससे अजनाला और रमदास इलाकों में पानी पहले से •यादा हो गया है, लेकिन पानी आगे बह रहा है, इसलिए ़फिलहाल बाढ़ का कोई ख़तरा नहीं है, लेकिन सतर्क रहने की ज़रूरत है। जिसके लिए हमारी टीमें कल रात से ही तैनात हैं।
उन्होंने कहा कि रावी नदी के किनारे जहां भी कमजोर हैं, उन्हें मजबूत किया जा रहा है। घोनेवाल में जहां समस्या हो सकती है, अगर वहां के लोगों को सुरिक्षत स्थान पर भेजना है, तो उस स्थान का भी चयन किया गया है, लेकिन इस समय उस नदी में एक लाख 40 हजार क्यूसेक पानी है जो खतरे से काफी कम है। इसी तरह, रावी नदी में पानी का बहाव बढ़ गया है और यह बांध को छू सकता है लेकिन यह पार करने योग्य है, कोई खतरा नहीं है।
उन्होंने कहा कि हमने इस क्षेत्न को दो दिनों के लिए अलर्ट पर रखा है, इसलिए हमारी टीमें सतर्कता के साथ दिन-रात यहां पहरा दे रही हैं। ब्यास नदी के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि वहां कोई खतरा नहीं है और जल स्तर लगातार कम हो रहा है। इस अवसर पर उनके साथ जिला पुलिस प्रमुख मनिंदर सिंह, डीएसपी बलजिंदर सिंह खैरा, एसडीएम संजीव कुमार, जिला राजस्व अधिकारी नवकीरत सिंह, जिला पंचायत अधिकारी संदीप मल्होत्ना सहित अन्य अधिकारी भी मौके पर मौजूद थे।