आत्म पार्क चौकी की पुलिस ने एक कपड़ा चोर पकड़ा और उससे पूछताछ के बाद पुलिस ने रणजीत नगर शेरपुर से एक व्यक्ति को उठा दिया।
आत्म पार्क चौकी की पुलिस ने एक कपड़ा चोर पकड़ा और उससे पूछताछ के बाद पुलिस ने रणजीत नगर शेरपुर से एक व्यक्ति को उठा दिया। पुलिस ने बुधवार शाम 7.30 बजे राजकुमार को उसके घर से उठाया और चौकी लेकर आई। पुलिस ने अपनी जांच पड़ताल की और उसे बेकसूर बता दिया। रात को पुलिस ने राजकुमार को छोड़ने की एवज में उसके बेटे राहुल से पैसों की डिमांड की। पुलिस कर्मी ने उसे थाने में चाय देने वाली महिला के अकाऊंट में पैसे डालने को कह दिया। राहुल ने रात को 11.17 बजे चायवाली के खाते में 10 हजार रुपए ट्रांसफर किए और उसके बाद पुलिस ने उसके पिता को छोड़ा। वीरवार को राजकुमार की तरफ से उसके जानकार चितरंजन ने मुख्यमंत्री की तरफ से जारी एंटी करप्शन टोल फ्री नंबर व सीएम पोर्टल पर शिकायत दर्ज करवा दी।
राहुल ने बताया कि उसके पिता राजकुमार पुराने कपड़े बेचने का काम करते हैं। पुलिस ने एक कपड़ा चोर को पकड़ा और उससे पूछताछ के बाद उसके पिता को उठाकर ले आई। राहुल ने बताया कि उसके पिता ने कपड़ा चोर से कोई कपड़ा नहीं खरीदा था। पुलिस ने रात 9.30 बजे जांच पड़ताल करके कह दिया कि उसके पिता बेकसूर हैं। उसने जब पिता को छोड़ने के लिए कहा तो वहां बैठे पुलिस कर्मी ने उससे 25 हजार रुपए की डिमांड की।
उसने पुलिस कर्मी को बताया कि उसके पास पैसे नहीं हैं, जिस पर पुलिस कर्मी ने कहा दिया कि जब पैसे होंगे तब अपने पिता को घर ले जाना। राहुल ने बताया कि उसके बाद उसने अपने जान पहचान वालों को फोन किया और किसी से एक हजार, किसी से दो हजार रुपए मांग कर 10 हजार रुपए एकत्रित किए। रात को 11.15 बजे वह पुलिस कर्मी के पास गया और उसको कहा कि 10 हजार रुपए मोबाइल में हैं, इतने लेकर उसके पिता को छोड़ दो। पुलिस कर्मी ने उसे कहा कि जो चायवाली है, उसके अकाऊंट में पैसे ट्रांसफर कर दो। उसने बताया कि रात को 11.17 बजे हरनूर कौर नाम की महिला के अकाऊंट में 10 हजार रुपए ट्रांसफर किए, जिसका स्क्रीन शॉट पुलिस कर्मी को दिखाया। उसके बाद पुलिस ने उसके पिता को छोड़ा।
रात को चौकी इंचार्ज से भी बात की, फिर भी नहीं छोड़ा
राजकुमार के जानकार चितरंजन ने बताया कि जब चौकी की पुलिस राजकुमार को उठाकर ले गई तो उन्होंने तुरंत चौकी इंचार्ज से फोन पर बात की और कहा कि यह बेकसूर है, जिस पर चौकी इंचार्ज ने कहा कि वह पड़ताल करेगा और अगर इसका कसूर नहीं हुआ तो छोड़ देगा। चितरंजन ने बताया कि उसने रात को 9.30 बजे चौकी इंचार्ज को फिर फोन किया और कहा कि अगर जांच पूरी नहीं हुई तो राजकुमार को भेज दो, वो सुबह खुद उसे लेकर दोबारा चौकी आ जाएगा, जिस पर चौकी इंचार्ज ने उसे कहा कि जांच में यह बेकसूर है। इसे अभी छोड़ देते हैं। उन्होंने बताया कि रात को उसके बेटे से पुलिस ने 10 हजार रुपए ऑनलाइन ले लिए और तब उसे छोड़ा। उसने बताया कि इस मामले की शिकायत सीएम के ऑनलाइन पोर्टल और एंटी करप्शन टोल फ्री नंबर पर कर दी है। उसने बताया कि इसकी शिकायत पुलिस कमिश्नर को भी करेंगे।