कहा- अब मरीजों की जानकारी सुरक्षित ढंग से स्टोर होगी
Jalandhar News: पंजाब में स्वास्थ्य सेवाओं को आम जनता के और करीब लाने की दिशा में मुख्यमंत्री भगवंत मान की अगुवाई में एक ऐतिहासिक कदम उठाया गया है राज्य के सभी आम आदमी क्लीनिकों में व्हाट्सएप चैटबॉट सेवा शुरू करने के लिए मुख्यमंत्री का धन्यवाद व्यक्त किया है।
नितिन कोहली ने बताया कि आम आदमी क्लीनिकों को व्हाट्सऐप चैटवाट से जोड़ने से अब मरीज जब चाहे, अपनी दवाओं और जांच रिपोर्टों की जानकारी ले सकेग। उन्होंने बताया कि इसके अलावा कलीब 90 प्रतिशत पंजाबियों के पास स्मार्टफोन हैं। इसी कारण यह सुविधा उन्हें सीधे पहुंचाई जा सकती है। यह पहल राज्य के स्वास्थ्य तंत्र को डिजिटल और पारदर्शी बनाते हुए देशभर में एक उदाहरण पेश कर रही है।
व्हाट्सऐप चैटबॉट से मिलने वाली मुख्य सुविधाएं: लोगों को अब लाइनों में खड़े होने की जरूर नहीं पड़ेगी, मरीज़ों की जानकारी को सुरक्षित रूप से संग्रहीत करेगी और कागज़ात से भी छुटकारा दिलाएगी, जिससे न केवल समय की बचत होगी बल्कि काम में भी तेज़ी आएगी। इसके अलावा अपनी दवाइयाँ, जाँच रिपोर्ट, अपॉइंटमेंट रिमाइंडर और अन्य स्वास्थ्य संबंधी जानकारी सीधे अपने व्हाट्सएप पर प्राप्त कर सकेंगे
नितिन कोहली ने मुख्यमंत्री मान को पंजाब का असली सेवादार बताया- जालंधर सेंट्रल के आम आदमी पार्टी हलका इंचार्ज नितिन कोहली ने इस पहल पर मुख्यमंत्री भगवंत मान जी की भूरि-भूरि प्रशंसा करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री भगवंत मान ने यह साबित कर दिया है कि जब नेतृत्व ईमानदार और जनता के लिए समर्पित हो, तो बदलाव असंभव नहीं रहता। WhatsApp Chatbot सेवा आम नागरिकों के लिए सस्ती, सुलभ और भरोसेमंद स्वास्थ्य सुविधा का एक नया युग है।”
उन्होंने कहा कि यह फैसला सिर्फ तकनीकी नहीं, एक संवेदनशील सोच का प्रतीक है, जिसमें हर नागरिक की सेहत को सरकार की प्राथमिकता बनाया गया है। मुख्यमंत्री की इस सोच को सलाम है कि उन्होंने पंजाब की स्वास्थ्य व्यवस्था को 21वीं सदी के मानकों पर पहुंचा दिया है।”
कोहली ने आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय कन्वीनर अरविंद केजरीवाल के दिल्ली के स्वास्थ्य मॉडल की भी सराहना की, जिसकी प्रेरणा से पंजाब में आम आदमी क्लीनिक आज हर मोहल्ले की जरूरत बन चुके हैं।
जनता से सीधा जुड़ाव, सेवाओं में पारदर्शिता-
नितिन कोहली ने कहा कि जालंधर सेंट्रल में आम आदमी क्लीनिकों की सेवाएं अब Chatbot जैसी तकनीकों से और अधिक मजबूत होंगी। सरकार की यह सोच है कि इलाज सिर्फ अस्पतालों तक सीमित न रहे, बल्कि घर बैठे हर नागरिक की पहुंच में हो।










































