CM मान ने ‘मुख्यमंत्री स्वास्थ्य योजना’ के तहत रजिस्ट्रेशन शुरू करने की घोषणा की, जिसका उद्देश्य लोगों को 10 लाख रुपए तक का नकदी
पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने ‘मुख्यमंत्री स्वास्थ्य योजना’ के तहत रजिस्ट्रेशन शुरू करने की घोषणा की, जिसका उद्देश्य लोगों को 10 लाख रुपए तक का नकदी रहित इलाज उपलब्ध करवाना है। मुख्यमंत्री ने यहां पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि इस जन-हितैषी स्कीम के लिए रजिस्ट्रेशन मंगलवार से बरनाला और तरनतारन जिलों से होगी, जिससे लोगों को 10 लाख रुपए तक का मुफ्त इलाज मिलेगा। उन्होंने कहा कि पायलट प्रोजैक्ट के तौर पर रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया शुरू होगी और इसे 10-12 दिनों के अंदर पूरा कर लिया जाएगा। इसके अंतर्गत तरनतारन जिले में 128 स्थानों और बरनाला जिले में भी 128 स्थानों पर शिविर लगाए जाएंगे।
मान ने कहा कि इन दोनों जिलों के सभी नागरिक मुख्यमंत्री स्वास्थ्य कार्ड के लिए आवेदन कर सकते हैं और इन शिविरों के दौरान रजिस्ट्रेशन के लिए किसी को अधिक दूर नहीं जाना पड़ेगा। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य कार्ड के लिए आवेदन करने वाले व्यक्ति को अपना आधार कार्ड, वोटर कार्ड और पासपोर्ट साइज फोटो कैंप में लानी होगी और अन्य किसी दस्तावेज की जरूरत नहीं है। मान ने कहा कि 10 से 12 दिनों के भीतर इन जिलों में सभी के लिए मुख्यमंत्री स्वास्थ्य योजना का रजिस्ट्रेशन पूरा कर लिया जाएगा। उन्होंने कहा कि फीडबैक के आधार पर यदि इस प्रक्रिया में किसी सुधार की आवश्यकता होगी तो उन्हें विधिवत शामिल किया जाएगा। इसके बाद योजना के लिए रजिस्ट्रेशन पूरे पंजाब में शुरू होगा और एक बार यह प्रक्रिया पूरे राज्य में पूरी होने पर इसे आधिकारिक रूप से लागू किया जाएगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हर पंजाबी ‘मुख्यमंत्री स्वास्थ्य कार्ड’ का उपयोग कर 10 लाख रुपए के स्वास्थ्य बीमे का लाभ उठा सकेगा, जिससे मुफ्त और नकद रहित इलाज प्राप्त किया जा सकेगा। उन्होंने कहा कि सरकारी कर्मचारी, आशा वर्कर और आंगनवाड़ी वर्कर को भी इस योजना में शामिल किया जाएगा। मान ने कहा कि परिवार के सदस्यों की संख्या पर कोई सीमा नहीं होगी, हर नागरिक को मुख्यमंत्री स्वास्थ्य कार्ड मिलेगा और नकद रहित इलाज सुनिश्चित करने के लिए इलाज सभी सरकारी और सूचीबद्ध निजी अस्पतालों में उपलब्ध होगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि इस योजना के अंतर्गत 2,000 से अधिक स्वास्थ्य प्रक्रियाएं और सजर्री शामिल की जाएंगी और पंजाब देश का पहला राज्य है, जो 10 लाख रुपए तक की स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करेगा। उन्होंने उम्मीद जताई कि पंजाब की यह ऐतिहासिक पहल राज्य के सभी निवासियों को मुफ्त स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करने के लिए पूरे देश में मिसाल कायम करेगी।
उन्होंने कहा कि लोगों को गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करने के लिए पिछले 3 सालों में 881 आम आदमी क्लीनिक खोले गए हैं और इन क्लीनिकों की संख्या शीघ्र ही 1,000 को पार कर जाएगी। उन्होंने कहा कि सरकारी अस्पतालों में दवाइयों की उपलब्धता 30 प्रतिशत से बढ़कर लगभग 100 प्रतिशत हो गई है और बुनियादी सरकारी स्वास्थ्य सेवाओं से लाभ उठाने वाले लोगों की संख्या 34 लाख से बढ़कर 1.08 करोड़ हो गई है। मुख्यमंत्री ने दोहराया कि राज्य में किसी भी राशन कार्ड को नहीं काटा जाएगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्होंने हाल ही में आई बाढ़ों के मद्देनजर इन कार्डो की पुष्टि करने के लिए केंद्र सरकार से 6 महीनों का समय मांगा है।