रॉयल चैलेंजर्स बेंगलूर और पंजाब किंग्स की टीम मंगलवार को जब इंडियन प्रीमियर लीग के फाइनल में आमने-सामने होंगी।
रॉयल चैलेंजर्स बेंगलूर और पंजाब किंग्स की टीम मंगलवार को जब इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के फाइनल में आमने-सामने होंगी तो उनका लक्ष्य यह प्रतिष्ठित ट्रॉफी जीतने का 18 साल का इंतजार खत्म करना होगा। सभी की निगाहें हालांकि हाल में टैस्ट क्रिकेट से संन्यास लेने वाले विराट कोहली पर टिकी रहेंगी जो शुरू से आरसीबी से जुड़े होने के बावजूद अभी तक अपनी टीम को आईपीएल का चैंपियन नहीं बना पाए हैं। नरेंद्र मोदी स्टेडियम में होने वाले फाइनल मुकाबले में कोहली का समर्थन करने के लिए 18 नंबर की जर्सी पहने हजारों प्रशंसक नजर आ सकते हैं। कोहली (614 रन) ने हर साल की तरह इस बार भी अच्छा प्रदर्शन किया है।
वह इस साल भी आरसीबी की बल्लेबाजी के मुख्य स्तंभ रहे। उन्हें अन्य खिलाड़ियों का भी अच्छा सहयोग मिला जिसने मुख्य अंतर पैदा किया। फिल साल्ट ने भारतीय सुपरस्टार का अच्छा साथ देकर आरसीबी को अच्छी शुरुआत दिलाई, जबकि मयंक अग्रवाल, कप्तान रजत पाटीदार और जितेश शर्मा बल्लेबाजी क्रम के भरोसेमंद खिलाड़ी हैं। टिम डेविड चोटिल होने के कारण आरसीबी के पिछले 2 मैचों में नहीं खेल पाए इसलिए यह देखना बाकी है कि वह इस मुकाबले के लिए फिट हैं या नहीं। उन्होंने रोमारियो शैफर्ड के साथ मिलकर डैथ ओवरों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। गेंदबाजी में शांत और धैर्यवान जोश हेजलवुड (21 विकेट) ने आरसीबी के लिए महत्वपूर्ण योगदान दिया है। वह आईपीएल के वर्तमान सत्र में सर्वाधिक विकेट लेने वाले गेंदबाजों की सूची में अभी चौथे स्थान पर है।
श्रेयस अय्यर की अगुवाई वाली पंजाब किंग्स की टीम ने मुंबई इंडियंस के खिलाफ दूसरे क्वालीफायर में शानदार प्रदर्शन किया। उसने 5 बार की विजेता मुंबई इंडियंस को हराकर 11 वर्षो के बाद पहली बार फाइनल में प्रवेश किया। 10 टीमों की अंक तालिका के दूसरे हॉफ में लगातार शीर्ष पर रहने वाली पंजाब किंग्स ने कप्तान अय्यर और कोच रिकी पोंटिंग की देखरेख में महत्वपूर्ण प्रगति की है। अय्यर (603 रन) के नेतृत्व में पिछले साल कोलकाता नाइट राइडर्स चैंपियन बना था। इस तरह से लगातार दूसरी बार आईपीएल फाइनल में पहुंचना एक ऐसे नेतृत्वकर्ता के रूप में उनकी क्षमताओं के बारे में बहुत कुछ कहता है।
प्रभसिमरन सिंह, जोश इंगलिस, प्रियांश आर्य और शशांक सिंह के रूप में अय्यर का साथ देने के लिए पंजाब किंग्स के पास अच्छे बल्लेबाज हैं, जिससे वह अपनी स्थिति को मजबूती से बनाए रख सकते हैं और विपक्षी खेमे पर आक्रामक हमले भी कर सकते हैं। मार्को यानसेन के बिना पंजाब की गेंदबाजी थोड़ी कमजोर दिखी, लेकिन बल्लेबाजी के अनुकूल विकेट पर मुंबई इंडियंस को पूरी पारी में रोके रखने से पता चलता है कि उसका आक्रमण बहुत कमजोर नहीं है। युजवेंद्र चहल अब भी हाथ की चोट से जूझ रहे हैं।