पंजाब किंग्स की टीम ने 11 साल बाद पहली बार आईपीएल फाइनल में जगह बनाई थी।
पंजाब किंग्स की टीम ने 11 साल बाद पहली बार आईपीएल फाइनल में जगह बनाई थी। यह सिर्फ दूसरी बार था जब पंजाब की टीम आईपीएल फाइनल में खेल रही थी। हालांकि टीम खिताब जीतने से चूक गई, लेकिन पूरे सीजन के प्रदर्शन ने फैन्स को गर्व करने का मौका जरूर दिया।
लगातार दूसरे फाइनल में पहुंचे श्रेयस अय्यर
श्रेयस अय्यर लगातार दूसरी बार आईपीएल फाइनल में पहुंचे। पिछले साल उन्होंने कोलकाता नाइट राइडर्स (KKR) को चैंपियन बनाया था, और इस बार पंजाब किंग्स की कप्तानी करते हुए टीम को फाइनल तक पहुंचाया। अय्यर अब आईपीएल इतिहास में तीन अलग-अलग फ्रेंचाइजी की कप्तानी में फाइनल खेलने वाले पहले खिलाड़ी बन गए हैं।
11 साल बाद फाइनल में पहुंची पंजाब किंग्स
फाइनल मुकाबले में पंजाब किंग्स को रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (RCB) से 6 रन से हार का सामना करना पड़ा। 191 रनों के लक्ष्य का पीछा करते हुए टीम 20 ओवर में 184/7 रन ही बना सकी। शशांक सिंह ने नाबाद 61 रन और जोश इंगलिस ने 39 रनों की पारी खेली, लेकिन टीम जीत से कुछ कदम दूर रह गई। अय्यर खुद इस मैच में कुछ खास नहीं कर पाए और 2 गेंदों पर केवल 1 रन बनाकर आउट हो गए।
क्रुणाल पांड्या की गेंदबाजी ने मैच का रुख मोड़ा
अय्यर ने मैच के बाद कहा, “हमें लगा था कि 200 रन का लक्ष्य चेज किया जा सकता है। लेकिन क्रुणाल पांड्या की शानदार गेंदबाजी ने मैच का टर्निंग पॉइंट बना दिया। वह काफी अनुभवी हैं और उन्होंने शानदार गेंदें फेंकीं।”
युवा खिलाड़ियों पर जताया भरोसा
श्रेयस अय्यर ने आगे कहा, “हमारी टीम में कई युवा खिलाड़ी हैं जो अपना पहला आईपीएल सीजन खेल रहे थे। उन्होंने बहुत हिम्मत दिखाई और टीम को यहां तक पहुंचाने में बड़ी भूमिका निभाई। मुझे उन पर गर्व है।”
अगले साल ट्रॉफी जीतने का है सपना
अय्यर ने अपने इंटरव्यू में साफ कहा कि भले ही इस बार ट्रॉफी हाथ से निकल गई हो, लेकिन उन्हें पूरी उम्मीद है कि अगली बार टीम और मजबूत होकर लौटेगी। उन्होंने कहा, “हम अगले साल फिर से वापसी करेंगे और ट्रॉफी जीतने की पूरी कोशिश करेंगे।”
क्वालीफायर-2 में शानदार पारी
अय्यर ने क्वालीफायर-2 में मुंबई इंडियंस के खिलाफ 87 रनों की शानदार पारी खेली थी, जिसने टीम को फाइनल में पहुंचाने में अहम भूमिका निभाई। उनके इस प्रदर्शन ने पंजाब के फैंस में जीत की उम्मीद जगा दी थी। हालांकि पंजाब किंग्स इस बार फाइनल में ट्रॉफी नहीं जीत सकी, लेकिन पूरी टीम के जज्बे और कप्तान अय्यर के नेतृत्व ने सभी का दिल जीत लिया। फैंस अब अगले सीजन का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं।