कांग्रेस उम्मीदवार भारत भूषण आशु ने प्रैस कॉन्फ्रेंस कर एसएसपी विजीलैंस की सस्पैंशन को ड्रामेबाजी करार दिया।
कांग्रेस उम्मीदवार भारत भूषण आशु (Bharat Bhushan Ashu) ने प्रैस कॉन्फ्रेंस कर एसएसपी विजीलैंस की सस्पैंशन को ड्रामेबाजी करार दिया। आशु ने कहा कि एसएसपी की मेरे साथ मिलीभगत के आरोप लगाए जा रहे हैं। यह कहा जा रहा है कि उसने मेरे साथ मीटिंग की। मेरी एसएसपी के साथ मीटिंग की एक भी फोटो दिखा दो। इसके उलट आशु ने एक तस्वीर पेश कर कहा कि इसमें एसएसपी विजीलैंस व अन्य अफसर आप उम्मीदवार संजीव अरोड़ा से मीटिंग में हुक्म ले रहे हैं। आशु ने कहा कि सरकार पिछले तीन दिन से कोई मामला ढूंढकर मुझे जेल में भेजना चाहती थी। वीरवार रात उन्होंने विजीलैंस का सम्मन भेज दिया। हमने उन्हें कहा कि हम किसी भी जांच से भागने वाले नहीं हैं लेकिन फिलहाल चुनाव प्रक्रिया में व्यस्त होने की वजह से 19 जून के बाद विजीलैंस के सामने पेश हो जाएंगे लेकिन जब सम्मन को लेकर लोगों में रोष पैदा होता दिखाई दिया तो सरकार बैकफायर कर गई और एसएसपी विजीलैंस को ‘बलि का बकरा’ बनाकर सस्पैंड कर दिया गया।
आशु ने कहा कि जहां चुनाव हो रहे हैं, वहां पर कोई पुलिस अफसर सरकार के आर्डर के बिना ऐसा कदम उठा सकता है क्या? आशु ने कहा कि कांग्रेस के कार्यकत्र्ताओं व नेताओं को डराया-धमकाया जा रहा है। उन्हें चुपचाप घर न बैठने पर झूठे केसों में फंसाने की धमकियां दी जा रही हैं लेकिन कांग्रेसी न तो पहले डरे थे और न ही अब डरेंगे। विधायक राणा गुरजीत सिंह व परगट सिंह ने कहा कि आशु पर सरकार ने नवांशहर व लुधियाना में भी एफआईआर की थी लेकिन वह कोर्ट में रद्द हो गईं। अब आशु की चुनाव प्रक्रिया में विघ्न डालने के लिए उन्हें नए केस में उलझाने का प्रयास किया गया।