सीरीज में 1-0 से पिछड़ने के बाद भारत और इंगलैंड की टीमें दूसरे टैस्ट के लिए बर्मिघम में बुधवार से एक-दूसरे से भिड़ेंगी।
सीरीज में 1-0 से पिछड़ने के बाद भारत और इंगलैंड की टीमें दूसरे टैस्ट के लिए बर्मिघम में बुधवार से एक-दूसरे से भिड़ेंगी। इंगलैंड ने इस मैदान पर कुल 56 मैच खेले हैं, जिसमें उन्हें 30 में जीत, 11 में हार मिली है जबकि 15 मैच ड्रॉ रहे हैं, वहीं भारत यहां पर 8 टैस्ट खेला है और उन्हें एक भी मैच में जीत नहीं मिल पाई है। 8 में से 7 हार और एक ड्रॉ के साथ भारत के लिए यह मैदान अभी तक एक अभेद्य किला बना हुआ है। इसमें से भी 7 में से 3 में भारत को पारी की हार मिली है। इस बार भारतीय टीम इस रिकॉर्ड को सुधारने का भरसक प्रयास करेगी।
भारतीय टीम 100 से कम के स्कोर पर सिमट गई :-
यह वह दौर था, जब भारतीय टीम की कमान, टीम के सर्वश्रेष्ठ कप्तानों में से एक मंसूर अली खान पटौदी के हाथों में थी और विदेशी दौरे पर भी भारत अपनी स्पिन चौकड़ी के साथ खेलता था। भारतीय टीम सीरीज में 0-2 से पिछड़ने के बाद बर्मिघम पहुंची थी और यह अढ़ाई महीने के लंबे दौरे का आखिरी मैच था। भारत यह मुकाबला हार गया और सीरीज 0-3 से गंवा बैठा।
भारत ने मैच नहीं बल्कि सीरीज भी जीतने का मौका गंवाया :-
कोविड के कारण भारतीय टीम ने जब 2 हिस्सों में इंगलैंड का दौरा किया था, तो वे बर्मिगम पहुंचने तक सीरीज में 2-1 से आगे थे, लेकिन बर्मिघम में हार के साथ ही सीरीज बराबरी पर छूटी। भारत ने 416 रन का एक बड़ा स्कोर खड़ा किया था। जवाब में इंगलैंड की टीम 284 रन पर सिमट गई। पहली पारी में 132 रन की बड़ी बढ़त मिलने के बाद दूसरी पारी में भी भारत ने 245 का स्कोर खड़ा किया। इंगलैंड को 378 रन का रिकॉर्ड लक्ष्य मिला और रूट और बेयरस्टो की शतकों की मदद से उसने मैच जीत लिया।