पूर्व मंत्री और वरिष्ठ अकाली नेता बिक्रम सिंह मजीठिया के विभिन्न ठिकानों पर विजिलेंस ब्यूरो ने अचानक रेड की।
पूर्व मंत्री और वरिष्ठ अकाली नेता बिक्रम सिंह मजीठिया के विभिन्न ठिकानों पर विजिलेंस ब्यूरो ने अचानक रेड की। आज सुबह करीब 7 बजे विजिलेंस की टीम ने मजीठिया के अमृतसर और शिमला स्थित ठिकानों पर दबिश दी। इसके बाद मजीठिया को पूछताछ के लिए शिमला के मशोबरा क्षेत्र ले जाया गया। फिलहाल मजीठिया को वापस अमृतसर लाकर उनके स्थानीय ऑफिस पर जांच की जा रही है, जहां भारी पुलिस बल तैनात है।
गनीव कौर का विरोध, पुलिस से बहस
मजीठिया की पत्नी और विधायक गनीव कौर मजीठिया जब मौके पर पहुंचीं तो उन्हें पुलिस ने अंदर जाने से रोक दिया। इस पर गनीव कौर ने कड़ा ऐतराज जताते हुए कहा,
“मैं इस हलके की चुनी हुई विधायक हूं, मेरे पास कोई हथियार नहीं है। मेरे वकील मेरे साथ हैं और बाकी लोग यहीं रुकेंगे। मुझे ऑफिस में जाने से कोई नहीं रोक सकता।”
आरोपों की जांच में जुटी विजिलेंस, कई बयान दर्ज
पूर्व डीजीपी सिद्धार्थ चटोपाध्याय और पूर्व ईडी डायरेक्टर निरंजन दास पहले ही इस केस में बयान दर्ज करवा चुके हैं। अब विजिलेंस ने मजीठिया के करीबी माने जाने वाले नेताओं मनजिंदर सिंह बिट्टू औलख और जगजीत सिंह चहल से भी पूछताछ की है, जिनसे लगभग दो घंटे तक बयान लिए गए। इन पर भी नशा तस्करी के आरोप हैं।
गिरफ्तारी के दौरान विवाद
25 जून की दोपहर को मजीठिया को उनके घर से औपचारिक रूप से गिरफ्तार किया गया था। इससे पहले विजिलेंस की एक बड़ी टीम ने उनके निवास पर रेड डाली थी। इस दौरान गनीव कौर ने विजिलेंस अधिकारियों पर धक्का-मुक्की का आरोप लगाया, जिससे मामला और गरमा गया।