पंजाब में मिलावटी दूध को लेकर चौंकाने वाली खबर सामने आई है।
राज्य में मिलावटी दूध को लेकर चौंकाने वाली खबर सामने आई है। बता दें कि, संगरूर के दिड़बा गाँव से एक पति-पत्नी वेरका का नकली बेचा जा रहा था।
सेहत विभाग और पुलिस की संयुक्त कार्रवाई में वेरका के नकली दूध का बड़ा जाल उजागर हुआ है। इस गिरोह का संचालन कोई और नहीं बल्कि वेरका सोसायटी का सेक्रेटरी हरदीप सिंह और उसकी पत्नी गुरदीप कौर कर रहे थे।
-सेहत विभाग की टीम ने की छापेमारी
गुप्त सूचना के आधार पर सेहत विभाग की टीम ने थाना प्रभारी के साथ मिलकर गांव तिरंजीखेड़ा स्थित एक कोठी में छापेमारी की। छापेमारी के दौरान भारी मात्रा में मिलावटी दूध तैयार करने का सामान जब्त किया गया, जिसमें 5 टीन रिफाइंड तेल, 800 ग्राम कास्टिक सोडा, 3 मिक्सर मशीनें, 3 प्लास्टिक डिब्बे, बाल्टियां और करीब 50 क्विंटल नकली दूध शामिल हैं।
-प्राथमिक जांच में खुलासा हुआ है कि
आरोपी पति-पत्नी असली वेरका और अन्य डेयरियों से दूध मंगवाते थे और उसमें रिफाइंड तेल, कैमिकल्स और कास्टिक सोडा मिलाकर नकली दूध तैयार करते थे। इसके बाद इस जहरीले दूध को बाजार में वेरका के ब्रांड के नाम से बेचा जाता था।
-सेहत विभाग को मिली थी सुचना
सेहत विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि उन्हें थाना प्रभारी का फोन आया था, जिसमें दूध से संबंधित कुछ संदिग्ध पदार्थों की जानकारी मांगी गई थी। इस सूचना के बाद कोठी पर की गई छापेमारी में पूरी मिलावटी फैक्ट्री का भंडाफोड़ हुआ। पुलिस ने तुरंत हरदीप सिंह और उसकी पत्नी को गिरफ्तार कर लिया है।
पुलिस ने दोनों आरोपियों के खिलाफ IPC की विभिन्न धाराओं के तहत केस दर्ज कर लिया है और बरामद दूध के सैंपल जांच के लिए लैब में भेज दिए गए हैं। लैब रिपोर्ट आने के बाद यह साफ हो पाएगा कि नकली दूध में कितनी मात्रा में हानिकारक रसायनों का प्रयोग किया गया था।