बॉर्डर के नजदीक थाना घरिंडा की पुलिस ने दो तस्करों को पकड़ने के लिए 11 जून को एनकाउंटर किया था।
बॉर्डर के नजदीक थाना घरिंडा की पुलिस ने दो तस्करों को पकड़ने के लिए 11 जून को एनकाउंटर किया था। इस दौरान दोनों तस्करों ने फायरिंग कर दी थी। इस फायरिंग में एक राहगीर की मौत हो गई थी। इस केस में वांटेड तस्कर हत्यारों से लैस होकर अमृतसर में घूम रहा था। पुलिस कमिश्नर गुरप्रीत सिंह भुल्लर ने बताया है कि थाना गेट हकीमा की पुलिस को पता चला था विक्रमजीत सिंह निवासी गांव भकनाखुर्द अमृतसर देहाती पुलिस को वांटेड है। खतरनाक हथियारों से लैस होकर अमृतसर की दानामंडी भगतांवाला में घूम रहा है। पुलिस द्वारा तुरंत कार्रवाई करते हुए आरोपी को पकड़ने के लिए नाकाबंदी की। पुलिस को देख कर आरोपी ने पुलिस पार्टी पर फायरिंग कर दी।
पुलिस द्वारा जवाबी फायरिंग में विक्रमजीत घायल हो गया। उसकी टांग में गोली लगी है। पुलिस द्वारा उसे गिरफ्तार कर ईलाज के लिए अस्पताल में दाखिल करवाया गया है। उसके कब्जे से दो पिस्टल 32 बोर, 8 जिंदा कारतूस बरामद किए गए हैं। इससे पहले थाना घरिंडा की पुलिस द्वारा पुलिस पार्टी पर हमला करने और राहगीर की हत्या करने के आरोप में थाना घरिंडा में 11 जून को केस दर्ज किया गया था। उसके साथी हरप्रीत सिंह उर्फ हैपी को 17 जून को गिरफ्तार किया गया था। 5 किलो हैरोइन बरामद की गई थी। पुलिस कमिश्नर के अनुसार आरोपी अंतर्राष्ट्रीय स्तर के तस्कर हैं। पाकिस्तान से हथियार और हैरोइन मंगवा कर पूरे पंजाब में सप्लाई करते हैं।