Home Latest News अमृतसर कमिश्नरेट पुलिस की बड़ी कार्रवाई, हथियार और नार्को-हवाला नेटवर्क का किया...

अमृतसर कमिश्नरेट पुलिस की बड़ी कार्रवाई, हथियार और नार्को-हवाला नेटवर्क का किया भंडाफोड़, 5 आरोपी गिरफ्तार

1
0

अमृतसर कमिश्नरेट पुलिस ने खुफिया जानकारी पर कार्रवाई करते हुए एक बड़ी सफलता हासिल की है।

 अमृतसर कमिश्नरेट पुलिस ने खुफिया जानकारी पर कार्रवाई करते हुए एक बड़ी सफलता हासिल की है। एक ऑपरेशन में अंतरराष्ट्रीय ड्रग और हथियार तस्करी से जुड़े पांच लोगों को गिरफ्तार किया गया है। यह गिरोह पाकिस्तान से ड्रोन के ज़रिए हेरोइन और हथियारों की तस्करी करता था और पंजाब व दिल्ली में सक्रिय था।
इस ऑपरेशन का नेतृत्व डीसीपी (डिटेक्टिव) रविंदरपाल सिंह, एडीसीपी जगबिंदर सिंह, एसीपी हरमिंदर सिंह संधू और सीआईए स्टाफ-1 के इंचार्ज इंस्पेक्टर अमोलकदीप सिंह ने किया। थाना छेहरटा, अमृतसर में दर्ज एफआईआर संख्या 134 दिनांक 13-07-2025 के तहत यह कार्रवाई की गई है। पुलिस ने NDPS अधिनियम की धारा 21 और शस्त्र अधिनियम की धारा 25 के तहत आरोपियों पर केस दर्ज किया है।
Amritsar Commissionerate Police
Amritsar Commissionerate Police
बरामदगी की सूची:
5 पिस्तौल (2 PX5 9mm, 2 ग्लॉक 9mm और एक .32 बोर)
2 ज़िंदा कारतूस (.32 बोर)
50 ग्राम हेरोइन
₹6.90 लाख हवाला में प्राप्त राशि
1 ड्रोन – जिसका इस्तेमाल पाकिस्तानी सीमा से खेप मंगाने में होता था।
मुख्य आरोपियों का प्रोफाइल:
गुरविंदर सिंह उर्फ डोलू- पहले से ही हत्या के प्रयास, डकैती और आर्म्स एक्ट जैसे 7 संगीन मामलों में शामिल है। उसके पास से एक पिस्तौल और 50 ग्राम हेरोइन बरामद हुई।
जगजीत सिंह उर्फ जग्गी – अफगानिस्तान में तालिबान के उभार के दौरान भारत भागा था। वहां वह पठान नामक व्यक्ति के संपर्क में आया, जो अब पाकिस्तान में छिपा बैठा है और कथित रूप से ड्रग नेटवर्क का संचालन कर रहा है।
अर्शदीप सिंह उर्फ बाबा- जो एक गुरुद्वारे में ग्रंथी के रूप में कार्यरत था, पहले से ही NDPS और आर्म्स एक्ट के मामले में नामजद है। उसकी मां और भाई को पहले ही भारी मात्रा में नशे और हथियारों के साथ गिरफ्तार किया जा चुका है।
करणजीत सिंह उर्फ करण- एक मजदूर, जिसके खिलाफ पहले कोई आपराधिक रिकॉर्ड नहीं है।
हरपाल सिंह उर्फ भाला- पेशे से चित्रकार, 8वीं कक्षा तक पढ़ा हुआ, पुलिस के रडार पर पहली बार आया।
अंतरराष्ट्रीय कनेक्शन और हवाला कारोबार:
पुलिस की जांच में सामने आया है कि इस नेटवर्क का मास्टरमाइंड पठान नामक एक शख्स है, जो पाकिस्तान में “मेवे का कारोबार” चलाने की आड़ में नशे और हथियारों की तस्करी कर रहा है। उसी के इशारे पर जगजीत सिंह को पाकिस्तानी तस्करों शाह और शहज़ाद जट्ट से मिलवाया गया। हवाला के ज़रिए भारत में पैसा इकट्ठा किया जाता था, जिसमें जगजीत को कमीशन भी मिलता था।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here