श्री दरबार साहिब को भेजे गए धमकी भरे ईमेल मामले में अमृतसर पुलिस को एक बड़ी सफलता मिली है।
श्री दरबार साहिब को भेजे गए धमकी भरे ईमेल मामले में अमृतसर पुलिस को एक बड़ी सफलता मिली है। विश्वसनीय सूत्रों के अनुसार, धमकी भेजने वाले आरोपी की पहचान कर उसे गिरफ्तार कर लिया गया है। हालांकि इस गिरफ्तारी को लेकर अभी तक कोई सरकारी पुष्टि सामने नहीं आई।
आरोपी की पहचान के सूत्र
प्रारंभिक जांच से संकेत मिले कि धमकी भरे ईमेल कॉर्पोरेट ईमेल सर्विस के माध्यम से भेजे गए थे, जिससे जांच को दिशा मिली। तकनीकी और फोरेंसिक विश्लेषण की मदद से आरोपित के आईपी ट्रेल को ट्रैक कर तमिलनाडु से संबंध की पहचान हुई। सूत्रों के अनुसार, आरोपी ने न केवल श्री दरबार साहिब को बल्कि तमिलनाडु सरकार को भी धमकी भरा ईमेल भेजा था, यह मामला जांच में सामने आया है।
मुख्यमंत्री भगवंत मान का कड़ा रुख
मुख्यमंत्री भगवंत मान ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए कल अपने सरकारी आवास पर पंजाब पुलिस और वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक की। उन्होंने ट्वीट कर कहा कि “हम पंजाब की सुरक्षा के साथ कोई समझौता नहीं करेंगे… हम सभी धार्मिक स्थलों की सुरक्षा के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध हैं। मैं पंजाब के लोगों से अफवाहों से सावधान रहने का आग्रह करता हूँ।”
शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक समिति (SGPC) ने जताई चिंता
शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक समिति (SGPC) प्रमुख हरजिंदर सिंह धामी ने इस पूरी घटना पर चिंता जताई थी। उन्होंने कहा था कि यह स्पष्ट नहीं है कि यह धमकी किसी शरारत का हिस्सा है या किसी बड़ी साज़िश का संकेत है। उन्होंने सरकार से इस मामले की गहनता से जांच करने की मांग की थी ताकि सच्चाई सामने आ सके और लोगों की धार्मिक भावनाएं आहत न हों।
सुरक्षा में कड़े कदम
14 जुलाई से अब तक कम से कम पांच धमकी भरे ईमेल श्री दरबार साहिब को भेजे जा चुके हैं, जिनमें से कुछ में RDX विस्फोट की चेतावनी भी शामिल थी ।अमृतसर पुलिस और SGPC ने सुरक्षा और जाँच के लिए बम निवारक दस्ते, BSF, सायबर क्राइम टीम व फोरेंसिक विशेषज्ञ तैनात किए हैं। पुलिस कमीशनर गुरप्रीत सिंह भुल्लर ने कहा कि उन्हें “ज़रूरी सुराग” प्राप्त हो चुके हैं और तमिलनाडु पुलिस के सहयोग से आरोपी की गिरफ्तारी के बेहद क़रीब हैं ।
इस बीच, मुख्यमंत्री ने पंजाब के लोगों से अफवाहों से सावधान रहने को कहा है। उन्होंने यह भी कहा कि सभी धर्मों के धार्मिक स्थल पवित्र और पूजनीय हैं, जिनकी सुरक्षा के लिए सरकार पूरी तरह प्रतिबद्ध है।