खन्ना पुलिस ने लॉरेंस बिश्नोई और गोल्डी बराड़ के करीबी गैंगस्टर रवि राजगढ़ को गिरफ्तार करने में बड़ी कामयाबी हासिल की है।
खन्ना पुलिस ने लॉरेंस बिश्नोई और गोल्डी बराड़ के करीबी गैंगस्टर रवि राजगढ़ को गिरफ्तार करने में बड़ी कामयाबी हासिल की है। बताया जा रहा है कि रवि राजगढ़ दोराहा थाना क्षेत्र के चंकोइयां खुर्द में ज़मीन विवाद को लेकर हुई गोलीबारी के मामले में आरोपी था। पुलिस सूत्रों के अनुसार, उसके पिता जगतार सिंह, जो गांव के सरपंच भी हैं, विदेश जा रहे थे। जब रवि अपने पिता से मिलने आया, तो खन्ना पुलिस ने गुप्त सूचना के आधार पर उसे इलाके में घेर लिया और गिरफ्तार कर लिया।
पुलिस को मिली 4 दिन की रिमांड
सूत्रों के अनुसार, गिरफ्तारी के दौरान रवि ने भागने की कोशिश की, लेकिन नाकाम रहा। उसके पास से एक लोडेड 30 बोर की पिस्तौल भी बरामद हुई है। पुलिस ने गैंगस्टर को पायल स्थित अदालत में पेश कर 7 दिन की रिमांड मांगी थी, लेकिन अदालत ने 4 दिन की रिमांड मंजूर कर ली।
दर्ज है अनेकों मामले
रवि राजगढ़ पर हत्या, हत्या का प्रयास, जबरन वसूली, हथियारों की आपूर्ति और फर्जी पासपोर्ट बनाने सहित 15 से ज़्यादा मामले दर्ज हैं। वह सिद्धू मूसेवाला हत्याकांड में भी नामजद है और उस पर सिद्धू मूसेवाला हत्याकांड के आरोपियों को हथियार आपूर्ति करने के गंभीर आरोप हैं। एनआईए ने उसके घर पर दो बार छापेमारी भी की, लेकिन उस समय उसे गिरफ्तार नहीं कर सकी।
अनमोल बिश्नोई का बनवाया फर्जी पासपोर्ट
सूत्रों ने यह भी खुलासा किया कि जब लॉरेंस बिश्नोई तिहाड़ जेल में सिद्धू मूसेवाला की हत्या की साजिश रच रहा था, तब रवि ने उसके भाई अनमोल बिश्नोई के लिए फर्जी पासपोर्ट बनवाने और उसे विदेश भेजने में भूमिका निभाई थी।