मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने आज श्री हरिमंदिर साहिब को धमकी भरे ईमेल भेजने को एक अक्षम्य अपराध करार देते हुए, दोषियों को मिसाली सज़ा दिलाने का संकल्प लिया है।
मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने आज श्री हरिमंदिर साहिब को धमकी भरे ईमेल भेजने को एक अक्षम्य अपराध करार देते हुए, दोषियों को मिसाली सज़ा दिलाने का संकल्प लिया है। श्री हरिमंदिर साहिब में नतमस्तक होने के बाद मुख्यमंत्री ने कहा, ‘दुनियाभर से लोग इस पवित्र स्थान के दर्शन करते हैं और अपने परिवारों तथा संबंधियों की उन्नति व सुरक्षा के लिए अरदास करते हैं। हम किसी को इस पावन स्थल को धमकाने की इजाज़त कैसे दे सकते हैं?’ मुख्यमंत्री ने बताया कि राज्य सरकार इस मामले की गहराई से जांच कर रही है और महत्वपूर्ण सुराग प्राप्त हो चुके हैं। उन्होंने भरोसा दिलाया कि यह मामला शीघ्र ही सुलझ जाएगा क्योंकि पुलिस पहले ही आरोपियों की पहचान कर चुकी है।
मान ने बताया कि वैज्ञानिक तरीके से पुष्टि की जा रही है और प्रक्रि या पूरी होने के बाद विस्तृत जानकारी साझा की जाएगी। मुख्यमंत्री ने जोर देकर कहा कि सरकार इस पवित्र स्थान की सुरक्षा को लेकर हर समय सतर्क है, जहां रोज़ाना लाखों श्रद्धालु आते हैं। उन्होंने आगे कहा कि राज्य सरकार ने शिरोमणि गुरु द्वारा प्रबंधक कमेटी (एसजीपीसी) से भी कहा है कि वह इस मामले से संबंधित कोई भी अहम जानकारी साझा करें। मान ने बताया कि पूरे हालात पर कड़ी निगरानी रखी जा रही है और अमृतसर में सुरक्षा पहले से ही बढ़ा दी गई है। मुख्यमंत्री ने श्रद्धालुओं से किसी भी तरह घबराने की आवश्यकता नहीं होने की अपील की। उन्होंने आश्वासन दिया कि पंजाब पुलिस पूरी तरह सतर्क है और ऐसे मामलों से निपटने में पूरी तरह सक्षम है।
मुख्यमंत्री ने स्पष्ट किया कि दोषी दुनिया के किसी भी कोने में छिप नहीं सकते और राज्य सरकार उन्हें कड़ी से कड़ी सजा दिलाना सुनिश्चित करेगी। मान ने कहा कि यह राज्य सरकार का कर्तव्य है और इसके लिए कोई कसर बाकी नहीं छोड़ी जाएगी। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने श्री हरिमंदिर साहिब में मत्था टेका और राज्य में शांति, विकास व खुशहाली के लिए परमात्मा के समक्ष अरदास की। मान ने आशा व्यक्त की कि पंजाब में सांप्रदायिक सौहार्द, अमन-शांति और भाईचारा हमेशा मजबूत रहेगा और राज्य हर क्षेत्र में देश का नेतृत्व करेगा।