सुशील रिंकू ने केंद्रीय वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण से दिल्ली में की मुलाकात।
भाजपा पंजाब के वरिष्ठ नेता और पूर्व सांसद सुशील रिंकू देश के आटो पार्ट्स मैन्युफैक्चरर्स की आवाज बने हैं। उन्होंने केंद्रीय वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण से दिल्ली में मुलाकात कर ऑटो पार्ट्स और ऑटो कंपोनेंट्स पर लगने वाली जीएसटी रेट को 28 फीसदी से घटाकर 12 फीसदी करने की मांग की है। उन्होंने कहा है कि इससे खासकर माइक्रो, स्माल और मीडियम इंटरप्राइसेस को बड़ी राहत मिलेगी। उन्होंने वित्तमंत्री सीतारमण को जालंधर आने का न्यौता भी दिया।
पूर्व सांसद सुशील रिंकू को पिछले दिनों जालंधर ऑटो पार्ट्स मैन्युफैक्चरर्स एसोसिएशन (JAMA) के प्रतिनिधि मंडल ने मुलाकात कर ऑटो पार्ट्स और ऑटो कंपोनेंट्स पर लगने वाली जीएसटी रेट को कम करवाने का आग्रह किया था। इसके बाद सुशील रिंकू ने दिल्ली में केंद्रीय वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण से मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने केंद्रीय वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण से जीएसटी दर को घटाने की मांग रखी है।
केंद्रीय वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण से मुलाकात के दौरान पूर्व सांसद सुशील रिंकू ने बताया कि देश के ऑटोमोटिव आपूर्ति श्रृंखला के मुख्य क्षेत्रों ऑटो कंपोनेंट्स, कास्टिंग्स और फोर्जिंग्स के निर्माण में सैकड़ों MSME इकाइयां हैं। इसमें पंजाब में जालंधर, लुधियाना, पटियाला, मोहाली, चंडीगढ़, बटाला और मंडी गोबिंदगढ़ में सैकड़ों यूनिट हैं। इसके अलावा देश में पुणे, चैन्नई, गुरुग्राम, सानंद (अहमदाबाद), बेंगलुरू, इंदौर, पंतनगर, राजकोट, जमशेदपुर और फरीदाबाद में यूनिट हैं।
सुशील रिंकू ने बताया कि आटोमोटिव कंपोनेंट मैन्युफैक्चरर्स एसोसिएशन आफ इंडिया (Automotive Component Manufacturers Association of India) की एक रिपोर्ट के मुताबिक वित्तीय वर्ष 2022-23 में आटो कंपोनेट सैक्टर का करीब 5.6 लाख करोड़ का कारोबार हुआ है। इसमें 1.61 लाख करोड़ का एक्सपोर्ट कारोबार हुआ है। अगर पंजाब की बात करें तो आटो और इंजीनियरिंग सैक्टर में 15,000 से 18,000 करोड़ का टर्नओवर रहा है।
सुशील रिंकू ने बताया कि अकेले जालंधर ऑटो कंपोनेंट क्षेत्र से निर्यात में 2,000 करोड़ रुपये से अधिक का योगदान देता है। रोजगार की बात करें तो आटो कंपोनेंट सेक्टर करीब 50 लाख लोगों को रोजगार के अवसर प्रदान करता है। अकेले पंजाब में करीब इस सेक्टर में 1.50 लाख से लेकर 2 लाख लोगों को रोजगार मुहैया करवाता है। जालंधर और लुधियाना में 75,00 से लेकर 1 लाख लोग इस सैक्टर में काम करते हैं।
सुशील रिंकू ने कहा कि ऑटो कंपोनेंट्स पर 28% GST है, जिससे छोटे उद्योग खत्म होने के कगार पर पहुंच चुके हैं। देश में ऑटो कंपोनेंट्स पर जीएसटी की दर को 28% से घटाकर 12% हो जाए, तो एमएसएमई मज़बूत होगा। इससे निर्यात को बढ़ावा मिलेगा और रोज़गार सृजन करेगा। इससे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ‘मेक इन इंडिया’ तथा आत्मनिर्भर भारत के लक्ष्यों को आगे बढ़ाएगा।