भारतीय सिनेमा में असली स्टंट और परफॉर्मेंस का नया अध्याय बनकर सामने आ रही है।
2026 की सबसे बहुप्रतीक्षित फिल्मों में से एक ‘टॉक्सिक’ अब सिर्फ एक एक्शन ड्रामा नहीं, बल्कि भारतीय सिनेमा में असली स्टंट और परफॉर्मेंस का नया अध्याय बनकर सामने आ रही है। साउथ सुपरस्टार यश की लीड भूमिका वाली इस पैन इंडिया फिल्म में अक्षय ओबेरॉय, तारा सुतारिया और हुमा कुरैशी जैसे टैलेंटेड कलाकार नज़र आएंगे और सबसे खास बात ये है कि फिल्म के सभी प्रमुख एक्टर-एक्ट्रेसेस अपने एक्शन सीन्स खुद करने वाले हैं, वो भी बिना किसी बॉडी डबल के।
असली एक्शन, कोई दिखावा नहीं
फिल्म से जुड़े एक करीबी सूत्र ने खुलासा किया है कि ‘टॉक्सिक’ को एक बेहद रॉ और रियल टोन में शूट किया जा रहा है। इस फिल्म में सिर्फ कैमरे का जादू नहीं, बल्कि असली पसीना और मेहनत झलकने वाली है। हर स्टंट को प्रोफेशनल एक्शन टीम की देखरेख में डिजाइन किया गया है, लेकिन उसे अंजाम दिया है खुद एक्टर्स ने।
यश और अक्षय का जबरदस्त कमबैक
जहां यश इस फिल्म में एक और मेगा एक्शन रोल में नजर आएंगे, वहीं अक्षय ओबेरॉय, जो पहले भी अपनी शानदार फिजिकल परफॉर्मेंस के लिए तारीफें बटोर चुके हैं, इस बार अपने किरदार में जान फूंकने के लिए महीनों से कठिन ट्रेनिंग कर रहे हैं। दोनों एक्टर्स ने जोखिम भरे स्टंट्स को बिना बॉडी डबल के अंजाम देकर फिल्म की विश्वसनीयता को एक अलग ही स्तर पर पहुंचा दिया है।
तारा और हुमा का पावर-पैक्ड अवतार
फिल्म में महिला किरदारों को भी सिर्फ सहायक नहीं, बल्कि एक्शन में बराबर भागीदार बनाया गया है। तारा सुतारिया और हुमा कुरैशी, दोनों ने अपनी भूमिकाओं के लिए गहन ट्रेनिंग ली है और हाई-इंटेंसिटी एक्शन सीक्वेंसेज़ को खुद परफॉर्म किया है। एक्शन सेट पर दोनों की तैयारी और एनर्जी को देखकर यूनिट के सदस्य दंग रह गए।
एक्शन जो भारतीय सिनेमा को देगा नया मुकाम
प्रोडक्शन टीम का मानना है कि ‘टॉक्सिक’ एक ऐसी फिल्म बनने जा रही है जो भारतीय एक्शन फिल्मों के स्टैंडर्ड को पूरी तरह बदल देगी। “यह सिर्फ फाइट्स या ब्लास्ट्स की बात नहीं है, बल्कि हर स्टंट में किरदार की इमोशन, रियलिज़्म और क्राफ्ट नजर आएगा,” – ऐसा कहना है फिल्म के एक्शन डायरेक्टर का।
रिलीज़ से पहले ही बना चर्चा का केंद्र
2026 में रिलीज़ होने जा रही ‘टॉक्सिक’ पहले ही अपने यूनिक अप्रोच और स्टारकास्ट की मेहनत की वजह से सुर्खियों में है। फैंस को अब एक ऐसी फिल्म का इंतज़ार है जो सिर्फ देखने में ही ग्रैंड न हो, बल्कि महसूस करने लायक भी हो।