पंजाब सरकार ने राज्य के सुधार गृहों यानी जेलों में मानसिक स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर बनाने के लिए अहम कदम उठाया है।
पंजाब सरकार ने राज्य के सुधार गृहों यानी जेलों में मानसिक स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर बनाने के लिए अहम कदम उठाया है। सरकार ने 60 मनोवैज्ञानिक सलाहकारों की भर्ती की मंजूरी दी है, जिससे जेलों में कैदियों को समुचित मानसिक सहायता मिल सकेगी।
इस पहल के पीछे सरकार का मकसद कैदियों की समग्र भलाई और पुनर्वास को मजबूत करना है। मानसिक स्वास्थ्य को जेल प्रशासन का अहम हिस्सा बनाते हुए, यह कदम जेल प्रणाली में व्यापक सहायता प्रदान करने की सरकार की प्रतिबद्धता को दर्शाता है।
कैदियों को मानसिक स्वास्थ्य संबंधी बेहतर सुविधाएं मिलेंगी
जेल विभाग इस भर्ती प्रक्रिया को पूरी पारदर्शिता और आउटसोर्सिंग के माध्यम से करेगा ताकि योग्य और अनुभवी मनोवैज्ञानिकों को चुना जा सके। विशेषज्ञों की तैनाती से कैदियों को मानसिक स्वास्थ्य संबंधी बेहतर सुविधाएं मिलेंगी, जो उनके सुधार और पुनर्वास में मददगार साबित होंगी।
जेल व्यवस्था को आधुनिक बनाने में एक बड़ा प्रयास
पंजाब सरकार का यह कदम न केवल जेल व्यवस्था को आधुनिक बनाने की दिशा में एक बड़ा प्रयास है, बल्कि यह मानसिक स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता बढ़ाने का भी महत्वपूर्ण उदाहरण है। इससे कैदियों के जीवन में सकारात्मक बदलाव आने की उम्मीद है और उनकी सामाजिक पुनःस्थापना को भी बल मिलेगा।
इस नई योजना के लागू होने के बाद पंजाब की जेलों में मानसिक स्वास्थ्य सेवाओं का स्तर सुधरने की संभावना है, जो राज्य की न्यायिक और सुधार प्रणाली को और अधिक मजबूत बनाएगा।