जालंधर सिविल अस्पताल में ऑक्सीजन प्लांट के फेल होने से आईसीयू में भर्ती तीन मरीजों की मौत पर आम आदमी पार्टी सरकार की तरफ से डॉक्टरों को सस्पैंड किए जाने
जालंधर सिविल अस्पताल में ऑक्सीजन प्लांट के फेल होने से आईसीयू में भर्ती तीन मरीजों की मौत पर आम आदमी पार्टी सरकार की तरफ से डॉक्टरों को सस्पैंड किए जाने को लेकर कांग्रेस विधायक एवं अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के सचिव पद्मश्री परगट सिंह ने तीखी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि लापरवाही के लिए एफआईआर दर्ज की जाए सिर्फ सस्पैंशन करके सरकार बच नहीं सकती है। स्वास्थ्य विभाग के किसी भी नाकामी के लिए सीधी जिम्मेदारी स्वास्थ्य मंत्री डॉ. बलबीर सिंह की है, उनका तुरंत इस्तीफा लिया जाना चाहिए।
सरकार की ये कार्रवाई महज दिखावे के लिए है और इससे सरकार की असली जिम्मेदारी खत्म नहीं हो जाती। सवाल उठता है कि क्या सिर्फ डॉक्टरों को सस्पैंड करना काफी है? क्या सरकार ने असली दोषियों की पहचान की या सिर्फ पब्लिक गुस्से को शांत करने के लिए ये कदम उठाया गया है? उन्होंने पूछा कि अगर ऑक्सीजन प्लांट जैसी बुनियादी सुविधा आईसीयू में फेल हो जाती है, तो इसकी सीधी जिम्मेदारी किसकी है? क्या स्वास्थ्य मंत्री और विभाग प्रमुख इससे बच सकते हैं? परगट सिंह ने कहा कि इस मुद्दे को वह विधानसभा में भी उठाएंगे। उन्होंने कहा कि पंजाब सरकार स्वास्थ्य ढांचे में बुनियादी सुधार करे, न कि सिर्फ प्रचार में व्यस्त रहे। सरकारी अस्पतालों के ऑक्सीजन प्लांट्स का तकनीकी ऑडिट करवाया जाए। उन्होंने अस्पताल प्रबंधन पर सीधी जवाबदेही तय हो।