पंजाब में पंचायती राज व्यवस्था को सशक्त बनाने की दिशा में बड़ा कदम उठाते हुए
पंजाब में पंचायती राज व्यवस्था को सशक्त बनाने की दिशा में बड़ा कदम उठाते हुए राज्य सरकार ने पंचायत और जिला परिषद चुनावों के आयोजन की तैयारियों को अंतिम रूप देना शुरू कर दिया है। ग्रामीण विकास एवं पंचायत विभाग ने प्रदेश के सभी अतिरिक्त उपायुक्तों (ADCs) को 5 अक्टूबर से पहले चुनाव प्रक्रिया पूरी कराने के निर्देश जारी किए हैं।
निर्वाचन क्षेत्रों के नए सीमांकन की प्रक्रिया तेज
इस बार के चुनाव खास बन गए हैं क्योंकि राज्य में हाल ही में प्रखंडों का पुनर्गठन किया गया है। इसी के आधार पर पंचायत और जिला परिषद सीटों के नए निर्वाचन क्षेत्रों का निर्धारण किया जा रहा है। नक्शों के सत्यापन और सीमांकन का कार्य तेजी से चल रहा है ताकि हर वर्ग को समान प्रतिनिधित्व मिल सके।
चुनाव की तैयारी पर मांगी रिपोर्ट
विभाग की ओर से सभी जिलों को स्पष्ट निर्देश दिए गए हैं कि चुनाव तैयारियों की विस्तृत रिपोर्ट तत्काल भेजी जाए। इसमें प्रशासनिक इंतजाम, सुरक्षा व्यवस्था, मतदाता सूचियों का अद्यतन और मतदान केंद्रों की व्यवस्था शामिल है। अधिकारी स्तर पर इसकी निगरानी सीधे राज्य मुख्यालय से की जा रही है।
लोकतंत्र को मजबूत करने की दिशा में अहम पहल
विशेषज्ञों और राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि ये चुनाव न केवल लोकतांत्रिक प्रक्रिया को मजबूत करेंगे, बल्कि ग्रामीण स्तर पर प्रशासन को अधिक पारदर्शी और उत्तरदायी बनाने में भी सहायक होंगे। सरकार का उद्देश्य है कि चुनाव पूरी तरह निष्पक्ष, शांतिपूर्ण और समयबद्ध तरीके से संपन्न हों।
सख्त निगरानी और कड़ी कार्रवाई के संकेत
सूत्रों के अनुसार, राज्य सरकार ने यह भी स्पष्ट कर दिया है कि चुनाव प्रक्रिया में कोई भी गड़बड़ी या अनियमितता बर्दाश्त नहीं की जाएगी। संबंधित अधिकारियों को सख्त हिदायत दी गई है कि वे किसी भी प्रकार की लापरवाही से बचें और जिम्मेदारी के साथ कार्य करें।