पंजाब में मानसून इस बार धीमा रहा है।
पंजाब में मानसून इस बार धीमा रहा है। जुलाई महीने के आंकड़ों के मुताबिक, राज्य में औसत से करीब 9 प्रतिशत कम बारिश दर्ज की गई है। 1 से 31 जुलाई के बीच पंजाब में कुल 146.7 मिमी बारिश हुई, जबकि सामान्य बारिश का स्तर 161.4 मिमी माना जाता है। हालांकि, महीने के अंतिम सप्ताह में हुई अच्छी बारिश ने कुछ राहत जरूर दी है।
अगस्त में हो सकती है सामान्य से अधिक वर्षा
मौसम विभाग के अनुसार, अगस्त में वर्षा की रफ्तार तेज हो सकती है और संभावना है कि सामान्य से अधिक बारिश दर्ज की जाए। इसका असर खेती पर सकारात्मक रूप से पड़ सकता है, खासकर धान की फसल के लिए यह महीना बेहद अहम माना जाता है।
तापमान में भी आया बदलाव
ताजा मौसम रिपोर्ट बताती है कि राज्य के तापमान में 0.6 डिग्री सेल्सियस की गिरावट आई है। अब तापमान औसत से 3.4 डिग्री नीचे दर्ज किया जा रहा है। गुरुवार को गुरदासपुर जिले में राज्य का सबसे अधिक तापमान 33.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
बारिश का ताजा हाल
राज्य में गुरुवार शाम 5.30 बजे तक अमृतसर, लुधियाना, पठानकोट और बठिंडा जैसे जिलों में 1 से 2 मिमी बारिश हुई। वहीं, होशियारपुर में 4 मिमी, मोगा में 5.5 मिमी और रूपनगर में 3 मिमी बारिश दर्ज की गई।
जुलाई में जिलावार मानसून की स्थिति :-
येलो ज़ोन: कपूरथला जिले में सबसे कम बारिश हुई है, जहां केवल 39.3 मिमी वर्षा दर्ज की गई, जो सामान्य से 76 प्रतिशत कम है।
रेड ज़ोन: जालंधर, होशियारपुर, नवांशहर, मोहाली, रूपनगर, एसबीएस नगर, बरनाला, संगरूर, मुक्तसर और फाजिल्का जैसे जिलों में 20 प्रतिशत से भी कम बारिश हुई है।
ग्रीन ज़ोन: लुधियाना, पटियाला, फरीदकोट, बठिंडा, मानसा और फतेहगढ़ साहिब जैसे जिलों में बारिश सामान्य के आसपास रही है।
कृषि पर असर और आगे की उम्मीदें
बारिश की कमी ने किसानों की चिंता जरूर बढ़ाई है, खासकर उन इलाकों में जहां सूखे जैसे हालात हैं। हालांकि, अगर अगस्त में पूर्वानुमान सही साबित होता है तो खरीफ फसल को नया जीवन मिल सकता है।