बल्र्टन पार्क में चल रहे स्पोर्ट्स हब प्रोजैक्ट की राह में आई बाधा दूर होती नजर आ रही है।
बल्र्टन पार्क में चल रहे स्पोर्ट्स हब प्रोजैक्ट की राह में आई बाधा दूर होती नजर आ रही है। मेयर वनीत धीर ने बताया कि स्पोर्ट्स हब निर्माण के कारण अब एक भी पेड़ नहीं काटे जाएंगे। निगम प्रशासन ने काटने के दायरे में आने वाले सभी 56 पेड़ों को बचाने की योजना बनाई है। दरअसल इससे पहले प्रोजैक्ट को लेकर 56 पेड़ काटे जाने थे, जिसके लिए निगम ने शनिवार को नीलामी भी करवाने की योजना बनाई थी लेकिन बल्र्टन पार्क वैल्फेयर सोसायटी के महासचिव हरीश शर्मा द्वारा विरोध जताने और हाईकोर्ट जाने की चेतावनी देने के बाद निगम को अपने कदम पीछे खींचना पड़ा है।
कारण साल 2013 में हाईकोर्ट में इसी मामले में चल रही पुराने केस की सुनवाई के दौरान निगम की ओर से एडवोकेट जनरल ने शपथ पत्र दिया था कि प्रोजैक्ट को लेकर एक भी पेड़ बगैर उचित अथॉरिटी की अनुमति के नहीं काटा जाएगा लेकिन निगम के नए इंजीनियरों को इस तथ्य का पता नहीं था।
अब मेयर ने कहा है कि चंडीगढ़ की एक एजैंसी से तालमेल किया गया है, जो सभी 56 पेड़ों को उखाड़ कर नई जगह पर शिफ्ट कर देगी। इसमें सूखचुके वार- पांच पेड़ों को छोड़ दिय जाएगा, बाकी के सारे पेड़ को शिफ्ट कराया जाएगा। मेयर ने बताया कि एजैंसी ने प्रति पेड़ शिफ्ट करने का खर्च 6,000 रुपए बताया है, इस हिसाब से करीब 30 पेड़ को शिफ्ट करवाने का खर्चा 3 लाख रुपए आएगा।
इससे बल्र्टन पार्क परिसर के सभी पेड़ भी जिंदा रहेंगे और पार्क परिसर की ग्रीनरी बरकरार रहेगी। निगम के एक्सियन जसपाल सिंह ने बताया कि पार्क परिसर में जहां खाली जगह है, वहां पर पेड़ों को शिफ्ट करवाया जाएगा, ताकि भविष्य में स्पोर्ट्स हब के विस्तार होने के दायरे में कोई पेड़ नहीं आए।