युवराज सिंह से प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने ऑनलाइन सट्टेबाजी ऐप 1xBet से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में पूछताछ की है।
पूर्व भारतीय क्रिकेटर और वर्ल्ड कप विजेता युवराज सिंह से प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने ऑनलाइन सट्टेबाजी ऐप 1xBet से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में पूछताछ की है। युवराज सिंह 23 सितंबर को दोपहर 12 बजे दिल्ली स्थित ED कार्यालय पहुंचे, जहां उनसे घंटों तक सवाल-जवाब किए गए और उनका बयान भी रिकॉर्ड किया गया। यह पूछताछ प्रिवेंशन ऑफ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट (PMLA) के अंतर्गत की गई है।
क्यों घिरी हैं हस्तियां इस मामले में?
1xBet एक विदेशी सट्टेबाजी प्लेटफॉर्म है, जो भारत में प्रतिबंधित ऑनलाइन जुए और बेटिंग गतिविधियों से जुड़ा हुआ है। यह कंपनी कुराकाओ में रजिस्टर्ड है और इसकी वेबसाइट 70 भाषाओं में उपलब्ध है, जिसमें करोड़ों यूजर्स खेलों पर दांव लगाते हैं। भारत में इसकी गतिविधियां गैरकानूनी मानी जाती हैं, खासकर तब जब ये ऐप भारतीय दर्शकों को टारगेट कर रहे हों।
ED इस बात की गहन जांच कर रही है कि 1xBet ने भारतीय सेलिब्रिटीज और क्रिकेटरों से कैसे संपर्क साधा, क्या उन्हें भारत में ऑनलाइन सट्टेबाजी की वैधता के बारे में जानकारी थी, और पेमेंट ट्रांजैक्शन किस चैनल के जरिए हुए बैंकिंग या हवाला?
सुरेश रैना, शिखर धवन, और उथप्पा भी जांच के घेरे में
युवराज सिंह से पहले इस मामले में ED सुरेश रैना, शिखर धवन और रॉबिन उथप्पा जैसे पूर्व और मौजूदा क्रिकेटरों से भी पूछताछ कर चुकी है। जांच एजेंसी ने सभी से उनके कॉन्ट्रैक्ट, ईमेल कम्युनिकेशन, और अन्य डॉक्युमेंट्स की प्रतियां मांगी हैं, ताकि यह पता लगाया जा सके कि क्या उन्हें प्रोमोशन के लिए किया गया भुगतान ‘प्रोसीड्स ऑफ क्राइम’ की श्रेणी में आता है।
सरकार की सख्त कार्रवाई
भारत सरकार ने हाल ही में ऑनलाइन बेटिंग और जुए के खिलाफ बड़े कदम उठाए हैं। संसद में दी गई जानकारी के अनुसार, 2022 से जून 2025 के बीच कुल 1524 वेबसाइट्स और ऐप्स को ब्लॉक किया गया है, जो ऑनलाइन सट्टेबाजी से संबंधित थे। सरकार का कहना है कि ऑनलाइन गेमिंग की आड़ में हो रही अवैध गतिविधियां देश की आर्थिक और सामाजिक संरचना पर नकारात्मक असर डाल रही हैं।