एशिया के सबसे व्यस्ततम हवाई अड्डों में शुमार हांगकांग इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर आज तड़के एक बड़ा हादसा हो गया। संयुक्त अरब अमीरात से आए एक कार्गो विमान ने लैंडिंग के वक्त नियंत्रण खो दिया और रनवे से फिसलते हुए समुद्र में जा गिरा। इस दुर्घटना में एयरपोर्ट ग्राउंड व्हीकल में सवार दो कर्मचारियों की दर्दनाक मौत हो गई, जबकि विमान के चार क्रू सदस्य घायल हुए हैं और उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
कैसे हुआ हादसा?
यह हादसा तड़के लगभग 3:50 बजे हुआ, जब तुर्की के एक बोइंग 747 कार्गो विमान ने हांगकांग एयरपोर्ट पर लैंडिंग की कोशिश की। फ्लाइट EK9788, जो कि एमिरेट्स स्काईकार्गो के तहत यूएई के अल मकतूम इंटरनेशनल एयरपोर्ट से रवाना हुई थी, रनवे पर उतरते समय असंतुलित हो गई और फिसलते हुए रनवे पार कर समुद्र में जा पहुंची। हालांकि विमान का कुछ हिस्सा ही पानी में पहुंचा, लेकिन टक्कर इतनी तेज थी कि एयरपोर्ट पर मौजूद एक सर्विस व्हीकल चपेट में आ गया। उसी वाहन में बैठे दो कर्मचारियों की मौके पर ही मौत हो गई।
इमरजेंसी रेस्पॉन्स और रेस्क्यू ऑपरेशन
हादसे के तुरंत बाद एयरपोर्ट पर आपातकालीन सेवाएं सक्रिय हो गईं। बचाव दल ने तेजी से काम करते हुए चार घायल क्रू सदस्यों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया, जिन्हें तत्काल अस्पताल पहुंचाया गया। स्थानीय पुलिस और नागरिक उड्डयन विभाग की टीमें भी मौके पर पहुंचीं और हादसे की जांच शुरू कर दी गई है।
रनवे किया गया बंद, उड़ानों पर असर
हादसे के बाद, एयरपोर्ट अथॉरिटी ने तत्काल प्रभाव से उस रनवे को बंद कर दिया जहां यह दुर्घटना हुई थी।
फिलहाल दो अन्य रनवे चालू हैं, जिनसे उड़ान संचालन किया जा रहा है, लेकिन सभी लैंडिंग और टेकऑफ को अतिरिक्त सावधानी के साथ किया जा रहा है। एयरपोर्ट प्रशासन ने यह स्पष्ट किया कि किसी अन्य फ्लाइट के शेड्यूल पर सीधा असर नहीं पड़ा है, लेकिन सतर्कता बढ़ा दी गई है।
प्लेन और एयरलाइन से जुड़े विवरण
विमान: बोइंग 747
एयरलाइन: एमिरेट्स स्काईकार्गो
फ्लाइट नंबर: EK9788
उड़ान मार्ग: अल मकतूम इंटरनेशनल एयरपोर्ट (UAE) → हांगकांग
हादसे में हताहत: 2 मृत, 4 घायल (क्रू मेंबर)
जांच शुरू, एयरलाइन से संपर्क में प्रशासन
हांगकांग के सिविल एविएशन डिपार्टमेंट ने जानकारी दी है कि दुर्घटना की गहराई से जांच की जा रही है और संबंधित एयरलाइन तथा अन्य एजेंसियों से लगातार संपर्क बना हुआ है। प्रारंभिक अनुमान में तकनीकी खराबी या मौसम से जुड़ी कोई वजह सामने आ सकती है, लेकिन इसकी पुष्टि जांच के बाद ही हो सकेगी।