मौसम विशेषज्ञों के अनुसार अगले दो दिनों तक न्यूनतम तापमान में किसी बड़े बदलाव की उम्मीद नहीं है, लेकिन उसके बाद के तीन दिनों में तापमान 2 से 4 डिग्री सेल्सियस तक और गिर सकता है।
इससे सुबह और रात की ठंडक और बढ़ने की आशंका है। वहीं, धुंध की स्थिति भी कई स्थानों पर दृश्यता को प्रभावित कर सकती है। कुल मिलाकर, पंजाब में ठंड और शुष्कता का दौर अगले सप्ताह तक जारी रहेगा।
धान कटाई का सीजन खत्म होने के बावजूद पंजाब और चंडीगढ़ की हवा की गुणवत्ता में सुधार नहीं हुआ है। वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) कई शहरों में चिंताजनक स्तर पर बना हुआ है।
सबसे खराब स्थिति मंडी गोबिंदगढ़ की है, जहां एक्यूआई 239 दर्ज किया गया। जालंधर में 180, चंडीगढ़ (सेक्टर-25) में 128, लुधियाना में 120, खन्ना में 115, पटियाला में 105, अमृतसर में 94, बठिंडा में 76 और रूपनगर में 63 एक्यूआई रिकॉर्ड किया गया।
यह दर्शाता है कि प्रदेश में प्रदूषण का स्तर अभी भी लोगों के स्वास्थ्य के लिए खतरा बना हुआ है।