दिल्ली-NCR में वायु प्रदूषण एक बार फिर खतरनाक स्तर पर पहुंच गया है।
राजधानी पर स्मॉग की मोटी चादर छा गई है, जिससे लोगों को सांस लेने में भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। सोमवार सुबह दिल्ली का एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) 498 तक पहुंच गया, जो शाम तक 427 पर बना रहा। पूरे दिन दिल्ली ‘गंभीर’ प्रदूषण श्रेणी में दर्ज की गई।
घनी धुंध और जहरीली हवा के चलते राजधानी के कई इलाकों में दृश्यता बेहद कम रही। इसका सीधा असर हवाई यातायात पर पड़ा। इंदिरा गांधी इंटरनेशनल (IGI) एयरपोर्ट से 228 उड़ानें रद्द करनी पड़ीं, जबकि पांच फ्लाइट्स को दूसरे एयरपोर्ट्स पर डायवर्ट किया गया। कम विजिबिलिटी की वजह से यात्रियों को भारी परेशानी झेलनी पड़ी।
दिल्ली एयरपोर्ट पर अव्यवस्था, यात्री परेशान
देश के सबसे व्यस्त एयरपोर्ट माने जाने वाले दिल्ली एयरपोर्ट से रोजाना करीब 1,300 उड़ानों का संचालन होता है। सोमवार को हालात बिगड़ने से एयरपोर्ट पर अफरा-तफरी का माहौल बन गया। कई यात्री घंटों तक टर्मिनल पर फंसे रहे और उन्हें न तो सही जानकारी मिल पाई और न ही समय पर सामान। इंडिगो एयरलाइंस ने बयान जारी कर कहा कि कम दृश्यता के कारण एयर ट्रैफिक प्रभावित हुआ, जिससे सुरक्षा मानकों के तहत कई उड़ानों को रद्द करना पड़ा।
प्रदूषण का असर शिक्षा पर भी
बढ़ते प्रदूषण को देखते हुए दिल्ली सरकार ने नर्सरी से कक्षा 5 तक के सभी छात्रों के लिए ऑनलाइन कक्षाएं अनिवार्य कर दी हैं। अब अभिभावकों के पास फिजिकल और ऑनलाइन क्लास में से चुनने का विकल्प नहीं होगा। सरकार का कहना है कि बच्चों की सेहत को ध्यान में रखते हुए यह फैसला लिया गया है।फिलहाल मौसम और प्रदूषण के हालात को देखते हुए दिल्ली-NCR के लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी गई है। विशेषज्ञों का कहना है कि जब तक हवाओं की रफ्तार नहीं बढ़ती, तब तक प्रदूषण से राहत मिलना मुश्किल है।