गोल्ड जिम और मिल मालिक जरनैल सिंह वाहिद से जुड़े आवासीय व व्यावसायिक ठिकानों पर छापेमारी की।
प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने बुधवार को जालंधर-फगवाड़ा हाईवे पर स्थित वाहिद संधर शुगर मिल, गोल्ड जिम और मिल मालिक जरनैल सिंह वाहिद से जुड़े आवासीय व व्यावसायिक ठिकानों पर छापेमारी की। ईडी की टीम ने इस दौरान कई घंटे तक कार्रवाई करते हुए दस्तावेजों, इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों और वित्तीय लेन-देन से जुड़े रिकॉर्ड की गहन जांच की।
सूत्रों के मुताबिक, यह छापेमारी मनी लॉन्ड्रिंग और वित्तीय अनियमितताओं की जांच के तहत की गई है। अधिकारियों का कहना है कि जब्त किए गए दस्तावेजों और डिजिटल सबूतों की जांच के बाद ही मामले में आगे की दिशा तय होगी।
किसानों का करोड़ों रुपये बकाया
जरनैल सिंह वाहिद और उनकी शुगर मिल लंबे समय से विवादों में रही है। किसानों का आरोप है कि मिल ने लगभग 40 करोड़ रुपये से अधिक का भुगतान रोक रखा है। इसके अलावा सरकारी जमीन के दुरुपयोग से जुड़े गंभीर आरोप भी सामने आ चुके हैं।
किसान संगठनों का कहना है कि वे कई वर्षों से अपने बकाये की अदायगी की मांग करते रहे हैं। इस मुद्दे पर कई बार विरोध प्रदर्शन भी हो चुके हैं, लेकिन अभी तक समाधान नहीं हो पाया है।
जांच के दायरे में वित्तीय लेन-देन
ईडी अब इस बात की जांच कर रही है कि किसानों की बकाया रकम और अन्य वित्तीय लेन-देन को कहीं अवैध गतिविधियों या मनी लॉन्ड्रिंग में तो इस्तेमाल नहीं किया गया। अधिकारियों ने इस दौरान कई महत्वपूर्ण दस्तावेज और डिजिटल डिवाइस जब्त किए हैं।
आधिकारिक बयान का इंतजार
फिलहाल ईडी की ओर से छापेमारी के परिणाम पर कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया गया है। जांच पूरी होने के बाद ही यह स्पष्ट होगा कि जरनैल सिंह वाहिद और उनकी शुगर मिल पर आगे क्या कार्रवाई होगी।