गिल रोड पर एएच एलॉय रोलिंग मिल के दफ्तर में हुई 47.50 लाख रुपए की लूट का मामला पुलिस ने सुलझा लिया है।
गिल रोड पर एएच एलॉय रोलिंग मिल के दफ्तर में हुई 47.50 लाख रुपए की लूट का मामला पुलिस ने सुलझा लिया है। पुलिस ने दफ्तर के पुराने कर्मचारी राघव कक्कड़, उसकी महिला साथी हरमनजोत कौर और उसके मामा कर्मजीत सिंह को गिरफ्तार किया है। राघव कक्कड़ दफ्तर के मालिक से रंजिश रखता था और उससे बदला लेने व पैसे हासिल करने के लिए उसने लूट की वारदात को अंजाम दिया। उसकी महिला साथी जोकि खन्ना में नर्स है और उसके मामा ने लूट के पैसों को छुपाने में उसकी मदद की थी। आरोपियों से पुलिस ने कुल 28.59 लाख रुपए बरामद कर लिए हैं। हालांकि पुलिस ने जब एफआईआर दर्ज की थी तो तब लूट की रकम 11 से 12 लाख रुपए के करीब बताई गई थी, जबकि लूट की घटना के बाद मौके पर कर्मचारी ने 48-50 लाख रुपए की लूट होने की बात कही थी।
लूट की रकम को लेकर आरोपी व शिकायतकत्र्ता स्पष्ट नहीं कह रहे हैं, जिससे लूट की रकम पर अभी संशय बना हुआ है। पुलिस ने आरोपी राघव कक्कड़ को शेरपुर में मिलिट्री कैंप के नजदीक से गिरफ्तार किया है। वह जिला तरनतारन के भिखीविंड गांव का निवासी है। वह पहले उसी दफ्तर में काम करता था। मालिक के साथ विवाद होने के कारण उसे नौकरी से निकाल दिया था। उसी रंजिश के चलते आरोपी ने इस लूट की घटना को अंजाम दिया। डीसीपी रूपिंदर सिंह, एडीशनल डिप्टी कमिश्नर पुलिस (जोन-2) करणवीर सिंह, एसीपी इंडस्ट्रियल एरिया-बी सतविंदर सिंह विर्क ने बताया कि थाना डिवीजन नंबर 6 की पुलिस पार्टी ने एसआई बलवंत सिंह के नेतृत्व में इस पूरे ऑप्रेशन को अंजाम दिया।
उन्होंने बताया कि मामला 29 अगस्त का है। पुलिस जांच के दौरान मुख्य आरोपी राघव कक्कड़ को मिलिट्री कैंप के पास शेरपुर से गिरफ्तार किया गया। उसकी निशानदेही पर वारदात के समय इस्तेमाल किया गया चाकू और एक्टिवा स्कूटर बरामद किया गया, साथ ही उसके कब्जे से 20,49,500 रु पए नकद भी मिले। पुलिस ने आगे कार्रवाई करते हुए आरोपी की साथी भुल माजरा फतेहगढ़ साहिब निवासी हरमनजोत कौर को गिरफ्तार कर पहले ही उससे 1.60 लाख रु पए बरामद कर लिए थे। महिला साथी के मामा करमजीत सिंह, निवासी भुल माजरा की निशानदेही पर 6.50 लाख रु पए और मिले। उसने पैसे अपने घर में फर्श के नीचे छुपाए थे। इस तरह कुल 28,59,500 रु पए बरामद हो गए। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि तीनों आरोपियों की भूमिका साफ तौर पर वारदात में सामने आई है।
मुख्य आरोपी राघव कक्कड़ ने पूरी योजना बनाई और वारदात को अंजाम देने के दौरान चाकू का इस्तेमाल कर दफ्तर में मौजूद कर्मचारी को धमकाया और पैसे लेकर वहां से फरार हो गया। वहीं हरमनजोत कौर और करमजीत सिंह ने लूट की रकम छिपाने और बांटने में उसकी मदद की। यही नहीं आरोपी को पुलिस से बचाने में भी ये दोनों मदद करते रहे। पुलिस का कहना है कि अभी मामले की जांच जारी है और यह पता लगाया जा रहा है कि क्या इस वारदात में और लोग भी शामिल थे। पुलिस ने बरामद की गई रकम को अदालत में पेश कर सील कर दिया है। अधिकारियों ने दावा किया कि शेष रकम भी जल्द ही बरामद कर ली जाएगी।