लुधियाना और जालंधर के बीच सफर करने वाले वाहन चालकों को आने वाले दिनों में भारी परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है।
लुधियाना और जालंधर के बीच सफर करने वाले वाहन चालकों को आने वाले दिनों में भारी परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। राष्ट्रीय राजमार्ग-44 (NH-44) पर एक बड़े प्रदर्शन की घोषणा के चलते ट्रैफिक व्यवस्था बुरी तरह प्रभावित हो सकती है।
प्रदर्शन की वजह क्या है?
दरअसल, यह विरोध हरियाणा कैडर के आईपीएस अधिकारी वाई. पूरन कुमार की आत्महत्या को लेकर हो रहा है। मृतक अधिकारी के सुसाइड नोट में कुछ वरिष्ठ अधिकारियों पर गंभीर आरोप लगाए गए हैं। इसी के चलते दलित संगठनों ने आरोपियों की तत्काल गिरफ्तारी की मांग करते हुए सड़कों पर उतरने का फैसला लिया है।
कौन कर रहा है प्रदर्शन का नेतृत्व?
इस विरोध का नेतृत्व भारतीय वाल्मीकि धर्म समाज के प्रमुख विजय दानव और पंजाब दलित विकास बोर्ड के चेयरमैन द्वारा किया जा रहा है। उनके साथ वरिष्ठ समाजसेवी चौधरी यशपाल भी प्रदर्शन में भाग लेंगे। आयोजकों ने साफ किया है कि यह प्रदर्शन पूरी तरह शांतिपूर्ण रहेगा, लेकिन जब तक न्याय नहीं मिलता, आंदोलन जारी रहेगा।
किन मार्गों पर असर पड़ेगा?
प्रदर्शन के कारण लुधियाना-जालंधर के बीच चलने वाले मुख्य मार्ग, विशेष रूप से जालंधर बाईपास से NH-44, जालंधर-पानीपत हाइवे, और समराला चौक, ढोलेवाल चौक, शिवपुरी चौक, घंटाघर रोड, ओल्ड जीटी रोड जैसे इलाकों में भारी ट्रैफिक जाम की संभावना जताई गई है।
आपातकालीन सेवाओं को मिलेगी छूट
प्रदर्शनकारियों ने यह भी स्पष्ट किया है कि एम्बुलेंस, फायर ब्रिगेड और स्कूल बसों जैसे आपातकालीन वाहनों को रोका नहीं जाएगा, जिससे आमजन को न्यूनतम असुविधा हो।
यात्रियों के लिए सलाह
प्रशासन और ट्रैफिक पुलिस की ओर से वाहन चालकों को सलाह दी गई है कि वे वैकल्पिक मार्गों का उपयोग करें और ट्रैफिक अपडेट पर नजर बनाए रखें। साथ ही, अनावश्यक यात्रा से बचने की अपील भी की गई है।