पंजाब में इस समय मौसम में हल्की ठंड जरूर महसूस की जा रही है।
पंजाब में इस समय मौसम में हल्की ठंड जरूर महसूस की जा रही है, लेकिन शीतलहर जैसी स्थिति अभी नहीं बनी है। बता दें कि मौसम विभाग के अनुसार, पिछले 24 घंटों में राज्य के औसत तापमान में लगभग 0.4 डिग्री की मामूली गिरावट दर्ज की गई है। आने वाले कुछ दिनों तक तापमान में कोई बड़ा बदलाव होने की संभावना नहीं है। हालांकि, राज्य में वायु प्रदूषण की स्थिति अभी भी चिंताजनक बनी हुई है।
कई शहरों में ऑरेंज अलर्ट जारी
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड द्वारा बुधवार शाम 4 बजे जारी रिपोर्ट के अनुसार, पंजाब के आठ प्रमुख शहरों में से छह में एक्यूआई (AQI) 200 से ऊपर पहुंच गया है, जो “ऑरेंज” श्रेणी में आता है। इसका अर्थ है कि इन इलाकों की हवा “खराब” स्तर पर है।
बठिंडा में AQI 167 दर्ज किया गया
जबकि रूपनगर में वायु गुणवत्ता अपेक्षाकृत बेहतर रही, जहां AQI 59 तक सीमित रहा। हवा की दिशा में बदलाव के बाद प्रदूषण के स्तर में कुछ कमी जरूर आई है, लेकिन अभी भी यह सामान्य स्तर से ऊपर बना हुआ है।
सर्दियों में सांस लेना क्यों हो जाता है मुश्किल?
मौसम विशेषज्ञों के अनुसार, सर्दियों में पृथ्वी की सतह पर मौजूद इमारतें, सड़कें और पुल दिन में सूर्य की गर्मी को सोख लेते हैं और रात में उसे छोड़ते हैं। इससे 50 से 100 मीटर ऊंचाई तक एक गर्म हवा की परत बन जाती है, जो नीचे की ठंडी हवा को ऊपर उठने नहीं देती।
ठंडी हवा में गति कम होती है, इसलिए प्रदूषण के कण इसी परत के नीचे फंस जाते हैं और वातावरण में धुंध या स्मॉग बनने लगता है। यही कारण है कि सर्दियों में वायु गुणवत्ता बिगड़ती है और सांस संबंधी समस्याएं बढ़ जाती हैं।
बारिश से मिलेगी राहत
विशेषज्ञों का कहना है कि जब बारिश होती है, तो सल्फर ऑक्साइड, कार्बन ऑक्साइड और पार्टिकुलेट मैटर जैसे प्रदूषक पानी में घुल जाते हैं, जिससे वायु प्रदूषण लगभग आधा कम हो जाता है। इसीलिए, दिवाली के बाद संभावित बारिश से लोगों को बड़ी राहत मिल सकती है।
कभी-कभी प्रशासन भी हवाई या जमीनी स्तर पर पानी का छिड़काव करता है, ताकि सड़क की धूल और प्रदूषण कण हवा में न फैल सकें। फिलहाल, पंजाब में ठंड की शुरुआत हो चुकी है, लेकिन राहत की बात यह है कि अभी शीतलहर की संभावना नहीं है।