विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने मोदी सरकार पर तीखा हमला करते हुए
लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने मोदी सरकार पर तीखा हमला करते हुए, केंद्र द्वारा पेश किए गए “विकसित भारत – रोजगार और आजीविका मिशन (ग्रामीण)” या VB-G RAM-G बिल को महात्मा गांधी के विचारों का अपमान बताया। राहुल गांधी का कहना है कि इस बिल के जरिए केंद्र सरकार महात्मा गांधी के ग्राम स्वराज के आदर्शों को नष्ट कर रही है और गरीबों के अधिकारों को चोट पहुंचा रही है।
पीएम मोदी पर क्या आरोप लगाए?
राहुल गांधी ने इस बिल को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर आरोप लगाया कि वे पहले MGNREGA (महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना) को कमजोर कर चुके हैं, और अब उसे पूरी तरह से समाप्त करने पर तुले हैं। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार को गांधी जी के विचारों से और गरीबों के अधिकारों से गहरी नफरत है।
राहुल गांधी ने इस बिल के तहत केंद्र और राज्य सरकारों के बीच 60:40 फंडिंग पैटर्न की आलोचना की। उनका कहना है कि पहले की योजना में केंद्र सरकार 75% खर्च उठाती थी, लेकिन अब राज्यों को 40% खर्च उठाने के लिए मजबूर किया जाएगा। इसके अलावा, इस बिल के अनुसार, कृषि के मौसम के दौरान, जब काम की मांग कम होगी, तो योजना के तहत दो महीने तक कोई काम नहीं मिलेगा, जिससे ग्रामीण गरीबों को कठिनाई का सामना करना पड़ेगा।
बिल को महात्मा गांधी के विचारों का अपमान बताया
राहुल गांधी ने इस बिल को महात्मा गांधी के ग्राम स्वराज के विचारों का अपमान बताया और चेतावनी दी कि कांग्रेस इसे संसद में और सड़कों पर विरोध करेगी। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार ने पहले ही बेरोजगारी से युवाओं का भविष्य खराब किया है और अब यह बिल ग्रामीण गरीबों की रोजी-रोटी को खतरे में डालने का काम कर रहा है। प्रियंका गांधी वाड्रा ने भी इस बिल का विरोध किया और इसे MGNREGA को कमजोर करने वाला बताया। उन्होंने कहा कि इस बिल को बिना पर्याप्त चर्चा के संसद में पास नहीं किया जाना चाहिए और इसे स्थायी समिति के पास भेजा जाना चाहिए।
125 दिनों तक रोजगार देने की गारंटी देता है बिल- कृषि मंत्री
कृषि मंत्री ने लोकसभा में इस बिल को पेश करते हुए बताया कि यह बिल हर ग्रामीण परिवार को 125 दिनों तक रोजगार देने की गारंटी देता है, जो वर्तमान 100 दिनों से अधिक है। यह रोजगार उन वयस्क सदस्यों को मिलेगा, जो बिना कौशल के शारीरिक श्रम करने के लिए तैयार हैं। हालांकि, इस बिल में यह भी कहा गया है कि कृषि मौसम के दौरान 60 दिनों तक कोई काम नहीं किया जाएगा, जो बहुत से ग्रामीण परिवारों के लिए समस्याएं पैदा कर सकता है। कांग्रेस और विपक्षी दलों ने इस बिल के जरिए केंद्र सरकार पर यह आरोप लगाया है कि वह महात्मा गांधी के आदर्शों को नकारने की कोशिश कर रही है और ग्रामीण गरीबों को उनके अधिकारों से वंचित कर रही है।