पंजाब में मौसम एक बार फिर करवट लेने वाला है। मौसम विभाग ने चेतावनी जारी करते हुए कहा है।
पंजाब में मौसम एक बार फिर करवट लेने वाला है। मौसम विभाग ने चेतावनी जारी करते हुए कहा है कि 12 अगस्त को पूरे राज्य में भारी बारिश होने की संभावना है। इससे पहले रुक-रुक कर हल्की से मध्यम बारिश का दौर जारी रहेगा।
बांधों में पानी खतरे के निशान पर …
पड़ोसी राज्य हिमाचल प्रदेश में लगातार बारिश के चलते पंजाब के बांधों में पानी का स्तर खतरे के निशान के करीब पहुंच गया है। बुधवार से ही बांधों से अतिरिक्त पानी छोड़ा जा रहा है। गुरुवार सुबह पौंग बांध का जलस्तर 374.95 फीट तक पहुंच गया, जिसके बाद 6 गेट खोलकर करीब 40 हजार क्यूसेक पानी छोड़ा गया।
बाढ़ का खतरा बढ़ा
भाखड़ा ब्यास प्रबंधन बोर्ड (BBMB) और जल संसाधन विभाग की बैठक में बांधों के बढ़ते जलस्तर को देखते हुए रणनीति बनाई गई है। पौंग बांध से छोड़े गए पानी से होशियारपुर, जालंधर, कपूरथला, तरनतारन और हरिके के निचले इलाकों में बाढ़ का खतरा है। भले ही पहाड़ों में बारिश थम चुकी है, लेकिन पौंग बांध में रोजाना औसतन 88 हजार क्यूसेक पानी आ रहा है।
अन्य नदियों में भी उफान
बैठक में ब्यास-सतलुज लिंक के जरिए भाखड़ा बांध में 8,500 क्यूसेक पानी भेजने की योजना बनी। वहीं, घग्गर नदी में कल शाम तक 55 हजार क्यूसेक पानी बह रहा था। पटियाला प्रशासन ने राजपुरा और घनौर के गांवों में अलर्ट जारी कर दिया है। पंजाब में पहले ही हजारों एकड़ फसलें जलमग्न हो चुकी हैं।
प्रशासन की तैयारी
मिली जानकारी के अनुसार जल संसाधन ने कहा कि बाढ़ जैसी संभावित स्थिति से निपटने के लिए जिला स्तरीय नियंत्रण कक्ष सक्रिय हैं। आपातकालीन प्रतिक्रिया टीमें अलर्ट पर हैं और बाढ़ से बचाव के लिए पुख्ता इंतजाम किए गए हैं।