पंजाब के बागवानी मंत्री मोहिंदर भगत ने आज केंद्र और हरियाणा की भाजपा सरकारों की कड़ी निंदा करते हुए उन पर दलित-विरोधी एजैंडा अपनाने का आरोप लगाया
पंजाब के बागवानी मंत्री मोहिंदर भगत ने आज केंद्र और हरियाणा की भाजपा सरकारों की कड़ी निंदा करते हुए उन पर दलित-विरोधी एजैंडा अपनाने का आरोप लगाया, जिससे देश भर के दलित समुदाय में व्यापक आक्रोश फैल गया है। कैबिनेट मंत्री ने दो हालिया घटनाओं—भारत के मुख्य न्यायाधीश (सीजेआई) पर हमले की कोशिश और हरियाणा में एक आईपीएस अधिकारी की खुदकुशी—को दलितों के खिलाफ बढ़ती असहिष्णुता और भेदभाव की उदहारण बताया। इस मौके पर विधायक बलकार सिंह, पंजाब सफाई कर्मचारी आयोग के चेयरमैन चंदन ग्रेवाल और जिला योजना कमेटी के चेयरमैन अमृतपाल सिंह भी मौजूद थे।
उन्होंने कहा कि यह राष्ट्रीय गौरव की बात है कि पहली बार कोई दलित व्यक्ति पूर्ण योग्यता के आधार पर भारत का मुख्य न्यायाधीश बना है। हालांकि, उनके खिलाफ हाल ही में हुए हमले से दलित समुदाय की भावनाओं को गहरा आघात पहुंचा है। हरियाणा के आईपीएस अधिकारी की खुदकुशी का जिक्र करते हुए श्री भगत ने कहा कि दलित समुदाय से जुड़े अधिकारी को उदासीनता और पक्षपात के कारण यह कठोर कदम उठाने के लिए मजबूर होना पड़ा।
आम आदमी पार्टी की ओर से श्री भगत ने इस मामले में जिम्मेदार व्यक्तियों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की मांग करते हुए मृतक आईपीएस अधिकारी के परिवार को न्याय दिलाने के लिए हत्या का मामला दर्ज करने की अपील की। उन्होंने कहा कि ऐसी घटनाओं पर भाजपा की चुप्पी ने देश के सामने इसका दलित-विरोधी चेहरा नंगा कर दिया है। इस मौके पर मौजूद प्रमुख व्यक्तियों में वरिष्ठ ‘आप’ नेता प्रिंसीपल प्रेम कुमार, कीमती भगत और संजीव भगत भी शामिल थे।