डीसी डा. हिमांशु अग्रवाल ने कहा कि मैट्रो मिल्क में एक वॉल्व में आई खराबी के कारण अमोनिया गैस लीक हुई थी।
डीसी डा. हिमांशु अग्रवाल ने कहा कि मैट्रो मिल्क में एक वॉल्व में आई खराबी के कारण अमोनिया गैस लीक हुई थी। जैसे ही प्रशासन के पास इस संबंधी जानकारी आई, तुरंत ही सभी संबंधित विभागों को मौके पर जाकर स्थिति संभालने के लिए निर्देश जारी किए गए। वेरका से भी टैक्निकल टीम ने एयर कंप्रैशर की प्रैशर लाइनें बंद कर दीं और गैस रिसाव को पूरी तरह से बंद किया। डीसी ने कहा कि इस बात का शुक्र है कि किसी किस्म के जानमाल का नुक्सान नहीं हुआ और बहुत जल्दी ही स्थिति पर नियंत्रण पा लिया गया।
डीसी ने कहा कि घटना के बाद प्रशासन ने सभी औद्योगिक इकाइयों को चेतावनी दी है कि वे अपनी सुरक्षा व्यवस्थाओं की तुरंत समीक्षा करें और अमोनिया व अन्य खतरनाक रसायनों के इस्तेमाल में पूरी सावधानी बरतें। डीसी ने कहा कि उनकी तरफ से डायरैक्टर फैक्टरीज़ को निर्देश जारी किया गया है कि वह तुरंत इस बात को सुनिश्चित करें कि उनकी तरफ से हर संस्थान जहां अमोनिया गैस का इस्तेमाल होता है वहां सेफ्टी ऑडिट किया जाए।
डीसी ने कहा कि जिला प्रशासन किसी भी तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं करेगा और मजदूरों की सुरक्षा सर्वोच्च प्राथमिकता है। उन्होंने कहा कि जो लोग गैर-कानूनी ढंग से अमोनिया गैस का इस्तेमाल कर रहे हैं, उनके खिलाफ कड़ी से कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाएगी मगर जो लोग कानूनी ढंग से इसका इस्तेमाल कर रहे हैं, उनको समय-समय पर अपने सभी उपकरणों की जांच करवानी चाहिए।