पंजाब मान सरकार के नेतृत्व में निवेश का केंद्र बन गया है।
पंजाब में मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान के नेतृत्व में औद्योगिक विकास ने एक नई ऊंचाई हासिल कर ली है। राज्य सरकार की निवेश-हितैषी नीतियाँ, पारदर्शी सरकारी कामकाज और सुरक्षित माहौल के कारण आज देश के बड़े-बड़े निवेशक पंजाब में अपने कारखाने और उद्योग लगाने के लिए आगे आ रहे हैं, जिससे यह राज्य निवेश की पहली पसंद बनकर उभरा है। यह स्पष्ट रूप से दर्शाता है कि उद्योगों को पंजाब की सरकार, माहौल और नीतियों पर पूरा भरोसा है।
यह विश्वास केवल बातों तक सीमित नहीं है, बल्कि ठोस आँकड़ों में दिखाई देता है। सिर्फ अक्टूबर महीने में ही पंजाब में ₹4,700 करोड़ से ज़्यादा का निवेश दर्ज हुआ, जिसने करीब 9,200 युवाओं के लिए रोज़गार के रास्ते खोले। और सरकार बनने के बाद से अब तक की उपलब्धि ऐतिहासिक है: पंजाब में कुल ₹1.34 लाख करोड़ का निवेश आ चुका है और लगभग 5 लाख नौजवानों को काम मिल चुका है। ये आँकड़े पंजाब की तेज़ी से बदलती आर्थिक तस्वीर और सरकार की सफलता की कहानी को दर्शाते हैं।
नवंबर में एक और बहुत बड़ी खुशखबरी मिली है। ट्राइडेंट ग्रुप (Trident Group , जो पहले से ही पंजाब में लगभग 10,000 लोगों को रोज़गार दे रहा है, अब फिर से बड़ा निवेश करने जा रहा है। कंपनी पंजाब में कुल ₹2,000 करोड़ का निवेश करेगी, जिसमें बरनाला में नया टेक्सटाइल प्लांट और मोहाली में आईटी ऑपरेशन सेंटर स्थापित किए जाएंगे। इस निवेश से कुल 2,500 नई नौकरियां मिलेंगी। सबसे प्रशंसनीय बात यह है कि ट्राइडेंट ग्रुप इन नौकरियों में ज़्यादातर महिलाओं को प्राथमिकता देगा, जो पंजाब की बेटियों के लिए बड़ा अवसर है। यह बड़ा निवेश पंजाब के औद्योगिक विकास को एक बड़ा प्रोत्साहन देगा।





































