Punjab E News:केंद्रीय कृषि कानूनों के खिलाफ टिकरी और सिंघू बार्डर पर चल रहे किसान संगठनों के आंदोलन में दरार पड़ गई है। वहीं लगभग 8 महीने से चल रहे आंदोलन में किसान संगठनों और किसान नेताओं के बीच टकराव अब खुलेआम सामने आ गया है। दूसरी ओर हरियाणा के किसान नेता गुरनाम सिंह चढ़ूनी ने संयुक्त किसान मोर्चा से किनारा करते हुए,मोर्चा से अलग होने की घोषणा भी कर दी है। इसके साथ ही उन्होंने किसान नेताओं योगेंद्र यादव और शिवकुमार पर निशाना साधा है।
बता दें की हरियाणा से आंदोलन में अग्रणी भूमिका निभा रहे भारतीय किसान यूनियन के अध्यक्ष गुरनाम सिंह चढूनी ने संयुक्त किसान मोर्चे से अलग होने के साथ ही अपने साथ भेदभाव करने का आरोप भी लगाया। दरअसल पंजाब के ही चार संगठनों द्वारा चढूनी के नेतृत्व में सक्रियता दिखाना संयुक्त किसान मोर्चे के कुछ नेताओं को अखर गया। बताया जा रहा है की चढूनी ने अपने बयान में संयुक्त किसान मोर्चे के नेताओं की तीखी आलोचना भी की है। उन्होंने कहा कि संयुक्त किसान मोर्चा में पहले दिन से मेरे साथ भेदभाव हो रहा है। कई घटनाएं ऐसी हुई,जब मुझे बाहर करने की कोशिश की गई। मगर जब वहीं गतिविधि किसी ओर ने की तो उनके खिलाफ मोर्चा ने कोई एक्शन नहीं लिया।