Jalandhar (punjab e news ) इनोसैंट हाट्र्स ग्रुप ऑफ इंस्टीच्यूशन्स में सकारात्मक तनाव प्रबन्धन बारे वर्कशाप आयोजित की गई जिसमें केवल मैनेजमैंट विभाग के विद्यार्थियों ने भाग लिया। इस वर्कशाप में शुभम मुख्य वक्ता के रूप में पहुंचे। कार्पोरेट ट्रेनर शुभम ने हमारी जिंदगी में बढ़ रहे तनाव पर बोलते हुए कहा कि सकारात्मक ढंग से इससे निपटने के लिए हमें साईंस पर आधारित ऐसे कौशल तलाश करने चाहिए जिससे जिंदगी में खुशी का स्तर बढ़ सके।
उन्होंने कहा कि तनाव से मुक्ति पाने के लिए हमें क्या, क्यों, कैसे आदि जैसे प्रश्नों पर जोर नहीं डालना चाहिए बल्कि अपनी जिंदगी में खुशी, सकारात्मक भावनाओं एवं मजबूत रिश्ते बनाने पर जोर देना चाहिए। इस सबसे हम तनाव जैसी बीमारी से बचाव कर रखेंगे। तनाव तब भारी पड़ता है जब लोग अपनी जिंदगी की मांगों से जूझते हैं और पैसे, कार्य, रिश्तों से संबंधित यह मांगें उन पर बोझ बन जाती हैं। तनाव हमारे स्वास्थ्य पर भी प्रभाव डालता है और इससे दिल का दौरा पडऩे का खतरा बढ़ जाता है। शुभम ने तनाव को दूर करने के लिए कहा कि दोस्तों के मजबूत घेरे एवं पारिवारिक सदस्यों के प्यार से तनाव के बहुत कम अवसर हैं।
जिंदगी के प्रति हमारी सोच और किसी भी मुश्किल या खुशी के पल को अपनी जिंदगी में ज्यादा हावी न होना देना ही तनाव से छुटकारे का मुख्य रास्ता है। उन्होंने कहा कि हम रोजाना व्यायाम या योग करने से भी तनाव से मुक्ति पा सकते हैं। अपने दिल एवं दिमाग से गलत एवं नकारात्मक विचार निकाल देने से ही तनाव से दूर रह सकते हैं। इनोसैंट हाट्र्स ग्रुप ऑफ इंस्टीच्यूशन्स के ग्रुप डायरैक्टर डा. शैलेश त्रिपाठी ने शुभम का धन्यवाद किया और साथ ही विद्यार्थियों को उनके विचारों पर अमल करने के लिए भी कहा।