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AMERICA ने भारतीयों को किया DEPORT , PANAMA में दिया ‘STAY’ !

 

INTERNATIONAL NEWS –  अमेरिका  (AMERICA) द्वारा गैर कानूनी प्रवासियों (ILLELAGAL IMMIGRANTS) को डिपोर्ट (DEPORT) किए जाने का सिलसिला लगातार जारी है। अमेरिका से 3 विमान पहले पंजाब के जिला अमृतसर एयरपोर्ट (AMRITSAR AIRPORT) पर लैंड हो चुके है। अब अमेरिका द्वारा कुछ और भारतीयों (INDIANS) को डिपोर्ट (DEPORT) कर दिया गया है। इन्हें फिलहाल डिपोर्ट करके पनामा (PANAMA) भेजा गया है, जहां से इन्हें भारत (INDIAN) लाया जाएगा। 

        पनामा में मौजूद ‘भारतीय मिशन’ (INDIAN MISSION) स्थानीय सरकार के साथ मिलकर निर्वासितों की भलाई सुनिश्चित करने के लिए काम कर रहा है। पनामा, कोस्टा रिका और निकारागुआ में स्थित भारतीय दूतावास  (INDIAN AMBASSY) ने बृहस्पतिवार को सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर यह जानकारी साझा की। हालांकि, इसमें पनामा पहुंचे भारतीयों की संख्या का उल्लेख नहीं किया गया। यह समूह उन 299 अप्रवासी लोगों का हिस्सा है जिन्हें अमेरिकी सरकार द्वारा पनामा भेजा गया है। राष्ट्रपति जोस राउल मुलिनो की सहमति के बाद भारतीय निर्वासित तीन उड़ानों से पनामा पहुंचे थे। मुलिनो ने इस बात पर सहमति जताई थी कि निर्वासितों के लिए पनामा ‘पुल’ की भूमिका निभाएगा।

ट्रंप प्रशासन (TRUMP GOVT.) ने अवैध रूप से अमेरिका में प्रवेश करने वाले लाखों लोगों को निर्वासित करने की योजना बनाई है। पनामा, निकारागुआ और कोस्टा रिका में भारतीय दूतावास ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर पोस्ट किया, “पनामा के अधिकारियों ने हमें सूचित किया है कि अमेरिका से भारतीय नागरिकों का एक समूह पनामा पहुंचा हैं।” पोस्ट में कहा गया, “वे सुरक्षित हैं और सभी आवश्यक सुविधाओं से युक्त एक होटल में ठहराए गए हैं। हम पनामा सरकार के साथ मिलकर उनकी भलाई सुनिश्चित करने के लिए कार्य कर रहे हैं।” इससे पहले, अमेरिका से तीन जत्थों में कुल 332 भारतीयों को भारत भेजा जा चुका है। ट्रंप प्रशासन की अवैध अप्रवासियों पर बढ़ती कार्रवाई के बीच यह निर्वासन हुआ है। पनामा आए कुल 299 अवैध अप्रवासियों में से सिर्फ 171 लोगों ने अपने मूल देशों में लौटने की सहमति दी है। जिन 98 निर्वासितों ने अपने देशों में वापस जाने से इनकार कर दिया था, उन्हें पनामा के डेरियन प्रांत के एक शिविर में भेज दिया गया है। कोस्टा रिका दूसरा देश है जो अमेरिका में अवैध अप्रवासियों को वापस लाने के लिए “पुल” के रूप में काम करने के लिए सहमत हुआ है।