श्री अकाल तख्त साहिब की कोई सीमा नहीं – GIANI HARPREET SINGH
PUNJAB NEWS – एसजीपीसी (SGPC) के वायरल प्रस्ताव पर ज्ञानी हरप्रीत सिंह (GIANI HARPREET SINGH) ने कहा है कि धर्म प्रचार कमेटी और शिरोमणि कमेटी का प्रस्ताव वायरल था कि श्री अकाल तख्त साहिब (SHRI AKAL TAKHAT SAHIB) को सीमाओं में नहीं बांधा जा सकता। उन्होंने कहा है कि हम इस प्रस्ताव को देखकर हैरान थे, लेकिन दो घंटे के अंदर ही प्रस्ताव रद्द होने की खबर भी वायरल (VIRAL) हो गई। उन्होंने कहा, श्री अकाल तख्त साहिब की सीमा बताने वाले ग्रुप ने बाद में प्रस्ताव रद्द होने की खबर फैला दी।
ज्ञानी हरप्रीत सिंह (GIANI HARPREET SINGH) ने कहा है कि प्रस्ताव के वायरल होने से संस्था का स्तर ऊंचा हुआ था, लेकिन प्रस्ताव रद्द होने की खबर से संगठन का स्तर गिर गया है। उन्होंने कहा है कि प्रस्ताव रद्द होने की खबर वायरल (NEWS VIRAL) करने के लिए शिरोमणि कमेटी के पदाधिकारी पर दबाव डाला गया था। उन्होंने कहा कि शिरोमणि कमेटी के कर्मचारी मेहनती हैं, लेकिन उन पर काम करने का दबाव डाला जाता है।
ज्ञानी हरप्रीत सिंह (GIANI HARPREET SINGH) ने कहा कि एसजीपीसी शहीदों के खून से बनी संस्था है। यह संगठन सिखों के सिद्धांतों को बढ़ावा देने के लिए बनाया गया था। उन्होंने कहा है कि संगठन सिख नैतिकता की रक्षा के लिए बनाया गया था। ज्ञानी हरप्रीत सिंह (GIANI HARPREET SINGH) ने कहा है कि श्री अकाल तख्त साहिब (SHRI AKAL TAKHAT SAHIB) की कोई सीमा नहीं है। उन्होंने कहा है कि कुछ लोगों ने संस्थाओं के प्रति अवमानना का भाव दिखाया है। उन्होंने कहा है कि वह युवाओं से आगे आने की अपील करते हैं।