प्रसिद्ध गीतकार जसबीर गुणाचौरिया को “वाह ज़िंदगी!” की प्रति भेंट
गुणाचौरिया ने भी अपनी पुस्तक ‘शब्दां दा वणजारा’ जगदियो, गिल और बराड़ को भेंट की
चंडीगढ़: पंजाबी संगीत जगत की प्रसिद्ध हस्ती, गीतकार जसबीर गुणाचौरिया को नरिंदर पाल सिंह जगदियो ने अपनी चर्चित पुस्तक “वाह ज़िंदगी!” की एक प्रति भेंट की।
सरी (कनाडा) निवासी गुणाचौरिया ने कहा कि उन्होंने इस पुस्तक की चर्चा कनाडा में भी सुनी थी, और यह पाठकों को सकारात्मक ऊर्जा से भरने की क्षमता रखती है।
उन्होंने कहा कि आज के सोशल मीडिया युग में भी पुस्तकों का महत्व बना हुआ है, और जो किताबें सभी आयु वर्गों को ध्यान में रखकर लिखी जाती हैं, वे पाठकों की कसौटी पर खरी उतरने के साथ-साथ अधिक लोकप्रिय होती हैं। उल्लेखनीय है कि “वाह ज़िंदगी!” उदाहरणों, व्यक्तिगत अनुभवों और छोटी-छोटी कहानियों के माध्यम से जीवन की महत्वपूर्ण बातों को आगे बढ़ाती है, जिससे पाठक खुद को पुस्तक से जुड़ा हुआ महसूस करते हैं। यह पुस्तक 50 लेखों का संग्रह है, जिसमें जीवन की छोटी, साधारण और आम घटनाओं, यादों व अनुभवों को रोचक लेखन शैली में प्रस्तुत किया गया है।
गौरतलब है कि खन्ना निवासी नरिंदर पाल सिंह जगदियो पंजाब सरकार में सूचना और जन संपर्क अधिकारी के रूप में मुख्यालय, चंडीगढ़ में तैनात हैं। इस पुस्तक को मोहाली स्थित यूनिस्टार बुक्स द्वारा प्रकाशित किया गया है, और यह कनाडा-अमेरिका में अमेज़न पर भी उपलब्ध है।
इस अवसर पर जसबीर गुणाचौरिया ने भी अपनी पुस्तक ‘शब्दां दा वणजारा’ नरिंदर पाल सिंह जगदियो, नवदीप गिल (प्रसिद्ध खेल लेखक) और इकबाल सिंह बराड़ (मुख्यमंत्री पंजाब के जनसंपर्क अधिकारी) को भेंट की। इस पुस्तक में विभिन्न गायकों, गीतकारों, साहित्यकारों, संगीतकारों और अन्य प्रसिद्ध हस्तियों ने गुणाचौरिया के बारे में अपने व्यक्तिगत विचार और लेख प्रस्तुत किए हैं। इसमें नरिंदर पाल सिंह जगदियो ने भी ‘पंजाबी गीतकारी दी जिंद-जान’ शीर्षक के तहत एक लेख लिखा है, जिसमें गुणाचौरिया की शख्सियत के विभिन्न पहलुओं और दोनों के 2011 से चले आ रहे संबंधों का उल्लेख किया गया है।
यह भी उल्लेखनीय है कि जसबीर गुणाचौरिया ने “किते कली बैठ के सोचीं नी”, “जिंदे नी जिंदे”, “साडियां परां तों सिखी उड़णा”, “इक खत सज्जणा साडे नां लिख दे” जैसे कई लोकप्रिय पंजाबी हिट गीत लिखे हैं।