Chandigarh (punjab e news ) सुखपाल खैहरा ने कँवर संधू सहित अन्य नौ विधायकों का साथ लेकर केजीरवाल एंड कंपनी को अपना फैसला पलटने अल्टीमेटम दिया है। खैहरा व् संधू ने खुल कर तो नहीं मगर बातों बातों में अपनी रणनीति का खुलासा किया है। आम आदमी पार्टी की मज़बूती का ज़रूरत से ज़्यादा ज़िक्र कर पार्टी वॉलन्टियर्स का समर्थन हासिल करने की कोशिश की गयी है। केजरीवाल की ही रेफरेंडम वाली निति को अपनाते हुए 2 अगस्त को बठिंडा में पार्टी वर्करों का अधिवेशन रखा गया है। खैहरा व् संधू के साथ आये विधायकों ने भी अपने अपने विचार रख कर खैहरा के पक्ष में शक्ति प्रदर्शन किया है।
अकाली दल तथा कांग्रेस को लेकर एकमत न बनने को लेकर आम आदमी पार्टी में ही बने रह कर केजरीवाल की जड़े खोखलें करने की निति को हरी झंडी दी गई है। फिलहाल कोई भी नेता पार्टी नहीं छोड़ेगा। कुल मिला कर बात करें तो जिस तरह से खैहरा के तेवरों को लेकर कयास लगाए जा रहे थे उस हिसाब से खोदा पहाड़ निकला चूहा वाली कहावत ही चरितार्थ हुई है।