इंडोनेशिया के उत्तरी सुलावेसी में तालीस द्वीप के पास रविवार को एक भयानक हादसा हुआ।
इंडोनेशिया के उत्तरी सुलावेसी में तालीस द्वीप के पास रविवार को एक भयानक हादसा हुआ। लगभग 280 लोगों को ले जा रहे एक यात्री जहाज में आग लग गई। इस घटना में कम से कम तीन लोगों की मौत हो गई, जबकि कुछ लोग जान बचाने के लिए समुद्र में कूद गए। बताया जा रहा है कि जहाज मनादो बंदरगाह जा रहा था। कुछ यात्री आग से बचने के लिए समुद्र में कूद गए, लेकिन कुछ लोग अभी भी उसमें फंसे हुए हैं। इस जहाज का नाम केएम बार्सिलोना वीए बताया जा रहा है।
खोज एवं बचाव अभियान में शामिल एक अधिकारी वेरी अरिआंतो ने बताया, “तीन लोगों की मौत हो गई है और लगभग 150 लोगों को बचा लिया गया है।” बचाव दल और स्थानीय मछली पकड़ने वाली नौकाओं की एक संयुक्त टीम ने उन्हें बचाया। नाव के ऊपरी डेक से घना काला धुआँ उठता देखा गया। कुछ रिपोर्टों के अनुसार, आग स्थानीय समयानुसार दोपहर लगभग 1:30 बजे लगी।
अब्दुल रहमान अगु नाम का एक यात्री घटना के वक़्त फ़ेसबुक पर लाइव था और जो वीडियो सामने आया है, उससे अंदाज़ा लगाया जा सकता है कि हादसा कितना ख़तरनाक रहा होगा। अब्दुल उन कई यात्रियों में से एक था जो पानी में कूद गए थे और उन्होंने लाइफ जैकेट पहन रखी थी। वीडियो में अगु एक बच्चे को गोद में लिए तैरते हुए नज़र आ रहे हैं। वीडियो में अब्दुल को यह कहते हुए सुना जा सकता है, “मदद करो, केएम बार्सिलोना में भी आग लगी है। उसमें अभी भी कई लोग हैं। हम समुद्र में जल रहे हैं… हमें मदद चाहिए… जल्दी।”
शुरुआती रिपोर्टों में, मंडो खोज एवं बचाव कार्यालय के प्रमुख जॉर्ज लियो मर्सी रेंडांग ने कहा, “अधिक जानकारी बाद में दी जाएगी।” हमें उम्मीद है कि सभी यात्रियों को पहले बचा लिया जाएगा। अधिकारियों ने आग लगने के कारणों की जाँच शुरू कर दी है। एक अन्य यात्री, एल्विना इनांग ने बताया कि आग लगने पर अफरा-तफरी मच गई। इस वजह से उन्हें और उनके परिवार को समुद्र में कूदना पड़ा।
उन्होंने बताया कि सब कुछ बहुत तेज़ी से हुआ और लगभग 12:00 बजे किसी ने चिल्लाकर बताया कि जहाज़ के पिछले हिस्से में आग लग गई है और हम घबरा गए। यह जानकारी अंतरा न्यूज़ को तलौद द्वीप पुलिस के यातायात प्रमुख क्रिश्चियन एम की पत्नी अलविना अलविना ने दी। केएम बार्सिलोना वी, तलौद द्वीप से रवाना हुआ था और उसे मनाडो बंदरगाह पर रुकना था। एक दिन पहले आए तूफ़ान के कारण इसकी रवानगी में देरी हुई और अब इससे जुड़ी यांत्रिक और परिचालन संबंधी समस्याओं ने सवाल खड़े कर दिए हैं।