मंत्री डॉ. बलबीर सिंह ने आज पटियाला में डिप्टी कमिश्नर डॉ. प्रीति यादव और ड्रेनेज विभाग के अधिकारियों के साथ बैठक कर
पंजाब के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ. बलबीर सिंह ने आज पटियाला में डिप्टी कमिश्नर डॉ. प्रीति यादव और ड्रेनेज विभाग के अधिकारियों के साथ बैठक कर घग्गर दरिया, टांगरी, माकंर्डा, मीरापुर चो और पच्चीदरा समेत जिले की प्रमुख नदियों और नालों के जलस्तर की स्थिति की समीक्षा की। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि सभी जल स्नेतों पर लगातार निगरानी रखी जाए और किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए प्रशासन पूरी तरह सतर्क रहे। बैठक में पीडीए की मुख्य प्रशासक मनीषा राणा, सीनियर डिप्टी मेयर हरिंदर कोहली और पार्षद जसबीर गांधी भी उपस्थित थे।
डॉ. बलबीर सिंह ने विशेष रूप से पटियाला शहर के निचले इलाकों में बरसात के दौरान जलभराव की समस्या पर चिंता जताते हुए अधिकारियों को इसके स्थायी समाधान के लिए ठोस प्रस्ताव तैयार करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि मानसून के दौरान जब नदियों का जलस्तर पहले ही ऊंचा होता है, तो शहर का वर्षा जल उनमें समाहित नहीं हो पाता। ऐसे में जरूरी है कि इन इलाकों में विशेष स्टॉर्म वॉटर पाइपलाइन बिछाकर वर्षा जल की वैकल्पिक निकासी की व्यवस्था की जाए। स्वास्थ्य मंत्री ने सीवरेज बोर्ड के अधिकारियों से बड़े दरिया में गिरने वाले गंदे पानी और एसटीपी की प्रगति पर भी जानकारी ली।
एक्सईएन हरशरणजीत सिंह ने बताया कि दौलतपुर में 15 एमएलडी क्षमता वाला सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट (एसटीपी) तैयार किया जा रहा है, जो दरिया में गिरने वाले गंदे पानी का शोधन करेगा। वहीं सनी एनक्लेव के पीछे 26 एमएलडी का एसटीपी स्थापित किया जा रहा है, जिसमें पुडा (15 एमएलडी), सनौर (4 एमएलडी) और अन्य कॉलोनियों (2 एमएलडी) के सीवरेज का ट्रीटमेंट होगा। भविष्य की आवश्यकताओं को ध्यान में रखते हुए इस प्लांट की क्षमता अतिरिक्त 5 एमएलडी तक बढ़ाई गई है। उन्होंने बताया कि दोनों एसटीपी अक्टूबर तक पूरी तरह चालू हो जाएंगे। बैठक में विभिन्न विभागों के अधिकारी भी मौजूद रहे।