पंजाब विधानसभा का दो दिवसीय विशेष सत्र आज (10 जुलाई) से शुरू हो रहा है।
पंजाब विधानसभा का दो दिवसीय विशेष सत्र आज (10 जुलाई) से शुरू हो रहा है। इस सत्र के हंगामेदार रहने की उम्मीद है। हालाँकि यह सत्र बेअदबी के मामले में सख्त कानून बनाने के लिए बुलाया गया है, लेकिन सत्ता पक्ष इस सत्र में नशे के खिलाफ कार्रवाई और खासकर बिक्रम सिंह मजीठिया की गिरफ्तारी को प्रमुखता से रखेगा।
सरकार मजीठिया का बचाव करने वाले नेताओं को घेरने की कोशिश करेगी। वहीं, विपक्ष राज्य में कानून-व्यवस्था के मुद्दे पर सरकार को घेरेगा। इसके अलावा, विपक्षी दल सदन में सरकार की नई लैंड पूलिंग नीति का मुद्दा भी उठाएंगे। सभी दलों के नेताओं ने इसके संकेत दिए हैं।
-श्रद्धांजलि के साथ होगी सत्र की शुरुआत
सत्र की शुरुआत सुबह 11 बजे होगी, जिसमें हाल ही में दिवंगत हुई प्रमुख हस्तियों को श्रद्धांजलि दी जाएगी। इनमें विधायक डॉ. कश्मीर सिंह सोहल, पूर्व केंद्रीय मंत्री सुखदेव सिंह ढींडसा, प्रसिद्ध लेखक डॉ. रतन सिंह जग्गी और शहीद वीर सुरिंदर सिंह एवं बलजीत सिंह शामिल हैं।
-बेअदबी के दोषियों को मिलेगी कड़ी सजा
इस सत्र में बेअदबी के मामले में कड़ी सजा के प्रावधान वाला एक नया विधेयक पेश किया जाएगा। इसमें कड़ी सजा देने की तैयारी चल रही है। हालाँकि, अभी इस पर बहस जारी है कि सजा मौत की होगी या उम्रकैद। पता चला है कि बीएनएस के
धारा 298 और 299 के तहत बेअदबी से जुड़े अपराधों से निपटने के लिए कानून हैं, लेकिन सरकार इसमें एक सख्त कानून बनाना चाहती है। अगर सरकार अपना कानून बनाती है, तो उसे राज्यपाल और फिर राष्ट्रपति के पास मंजूरी के लिए भी भेजा जाएगा। पहले भी इस संबंध में कानून बनाए गए हैं।
-बिक्रम मजीठिया की गिरफ्तारी
इस सत्र में नशाखोरी का मुद्दा भी पूरी गंभीरता से उठाया जाएगा। विशेषकर शिरोमणि अकाली दल के वरिष्ठ नेता बिक्रम सिंह मजीठिया की गिरफ्तारी को लेकर सरकार विपक्ष को घेरने की कोशिश करेगी। आम आदमी पार्टी की सरकार यह संदेश देना चाहती है कि वह नशे के खिलाफ ‘जीरो टॉलरेंस’ की नीति पर काम कर रही है।