पंजाब में मानसून की चाल अब धीमी पड़ती नजर आ रही है।
पंजाब में मानसून की चाल अब धीमी पड़ती नजर आ रही है। बीते कुछ दिनों से बारिश की रफ्तार में गिरावट आई है, जिससे गर्मी का प्रकोप बरकरार है। रविवार को राज्य के कुछ जिलों में हल्की फुहारें जरूर पड़ीं, लेकिन इससे मौसम में कोई खास बदलाव नहीं आया। तापमान में केवल 0.1 डिग्री सेल्सियस की गिरावट दर्ज की गई, जो गर्मी से राहत देने के लिए नाकाफी साबित हुई।
हालांकि सोमवार सुबह मौसम विभाग ने एक ताज़ा अलर्ट जारी किया है। इसके अनुसार, सुबह 10 बजे तक मानसा, बरनाला, पटियाला, फतेहगढ़ साहिब, मोहाली, बठिंडा, श्री मुक्तसर साहिब, फरीदकोट, रूपनगर और मोगा जिलों में मध्यम बारिश की संभावना जताई गई है। इसके साथ ही 30 से 40 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से तेज़ हवाएं चलने और बिजली चमकने की चेतावनी भी दी गई है। लोगों से अपील की गई है कि वे सावधानी बरतें और अनावश्यक रूप से खुले में न निकलें।
-तापमान और बारिश के आंकड़े
पिछले 24 घंटों में राज्य के विभिन्न हिस्सों में तापमान सामान्य से थोड़ा ऊपर ही रहा। श्री आनंदपुर साहिब में अधिकतम तापमान 37.2 डिग्री, पटियाला में 36.2 डिग्री, बठिंडा में 35.4 डिग्री, लुधियाना में 35 डिग्री, अमृतसर में 30.8 डिग्री, जबकि पठानकोट में 30.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
रविवार को बारिश की बात करें तो मोहाली में 3.5 मिमी, अमृतसर में 2 मिमी, मोगा में 1.5 मिमी, पठानकोट में 1 मिमी और पटियाला में 0.4 मिमी बारिश हुई। हालांकि ये आंकड़े दिखाते हैं कि कुछ इलाकों में बूंदाबांदी जरूर हुई, लेकिन इससे गर्मी से कोई ठोस राहत नहीं मिल पाई।
आगे कैसा रहेगा मौसम?
मौसम विभाग के अनुसार, आने वाले दिनों में भी मानसून के तेज होने की संभावना फिलहाल नहीं दिख रही। 16 जुलाई को विभाग ने पठानकोट, गुरदासपुर और होशियारपुर जिलों के लिए येलो अलर्ट जारी किया है। बाकी प्रदेश में मौसम सामान्य बना रहेगा।
विशेषज्ञों का मानना है कि मानसून की धीमी चाल कृषि क्षेत्र के लिए चिंता का विषय बन सकती है, क्योंकि धान की बुआई और फसलों की सिंचाई के लिए पर्याप्त वर्षा आवश्यक है।